जिसकी संभावना जाहिर की जा रही थी वही हुआ। झारखण्ड में भाजपा की सहयोगी पार्टी आजसू के गंगा नारायण सिंह सोमवार को भाजपा में शामिल हो गये। भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने उन्हें प्रदेश कार्यालय में मिलन समारोह में उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। गंगा नारायण मधुपुर विधानसभा उप चुनाव भाजपा की टिकट पर लड़ेंगे। सिर्फ औपचारिक घोषणा शेष है। मधुपुर में 17 अप्रैल को उप चुनाव है। कल मंगलवार से नामांकन का काम शुरू हो जायेगा। मधुपुर से चुनाव लड़ने संबंधी सवाल पर गंगा नारायण ने कहा, जैसा पार्टी का आदेश होगा। वे नि:स्वार्थ भाव से पार्टी में शामिल हुए हैं।
हेमन्त सरकार में मंत्री रहे हाजीहुसैन अंसारी की पिछले साल तीन अक्टूबर को हुई मौत से मधुपुर की सीट खाली हुई है। मधुपुर से पिछले विधानसभा चुनाव में आजसू उम्मीदवार के रूप में ठीकठाक वोट लाकर गंगा नारायण तीसरे पायदान पर थे। उस चुनाव में भाजपा से आजसू का गठबंधन नहीं था। दूसरे पायदान पर थे भाजपा से मंत्री और दो टर्म विधायक रहे राज पालिवार। गंगा नारायण के भाजपा में शामिल होने से राज पालिवार का पत्ता साफ माना जा रहा है। आजसू पार्टी मधुपुर सीट पर दावेदारी कर रही थी। इसके लिए सम्मेलन से लेकर गंगा नारायण के नाम तक का एलान कर दिया था। भाजपा यहां से अपना उम्मीदवार देकर और सीट निकालकर सत्ताधारी झामुमो पर मानसिक दबाव बनाना चाहती है। सूत्रों के अनुसार ऐसे में सहमति इस फार्मूले पर बनी कि पार्टी हमारी और उम्मीदवार तुम्हारा।
आजसू को संतुष्ट करने के लिए पश्चिम बंगाल में एक सीट बाघमुंडी आजसू को दे दी गई। उसके बाद से आजसू ने मधुपुर से अपना ध्यान हटा लिया था। बस भाजपा ने गंगा नारायण को अपनी पार्टी में शामिल कर लिया। समझ यह कि वहां हमारा कैडर वोट है और गंगा नारायण को हासिल वोट हासिल हुए तो जीत पक्की। एनडीए के वोटों का बिखराव रोकना भी मकसद है। हालांकि झामुमो ने भी मजबूत दांव खेला है। हेमन्त सोरेन ने हाजीहुसैन के निधन के बाद उनके बड़े पुत्र हफहीजुल हसन को बिना विधायक बने मंत्री बना दिया और अल्पसंख्यक कल्याण, पर्यटन युवा कार्य एवं खेल जैसा महत्वपूर्ण विभाग पकड़ा दिया। ऐसे में भाजपा उम्मीदवार की सीधी लड़ाई एक मंत्री से होगी। बता दें कि तीन दिन पहले ही मधुपुर उप चुनाव को लेकर उम्मीदवारों का नाम तय करने के लिए भाजपा चुनाव समिति की बैठक हुई थी।
बैठक में प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश, विधायक दल नेता बाबूलाल मरांडी और संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह को तीन नामों का पैनल तैयार कर केंद्रीय नेतृत्व को भेजने के लिए अधिकृत किया गया। सोमवार को गंगा नारायण सिंह के भाजपा में शामिल होने से तस्वीर अब पूरी तरह साफ हो गई है। गंगा नारायण के भाजपा में शामिल होने से झामुमो उम्मीदवार हफीजुल की चुनौती बढ़ गई है। वहीं भाजपा का अपने सहयोगी दल से तनाव की स्थिति पैदा नहीं हुई।