झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो को बेहतर इलाज के लिए सोमवार की देर शाम एयर एंबुलेंस से एमजीएम चेन्नई ले जाया गया। इसके लिए मेडिका अस्पताल से एयरपोर्ट तक ग्रीन कोरिडोर का निर्माण किया गया था। एमजीएम चेन्नई के तीन डॉक्टरों की टीम उनके साथ गई।
कोराना के बाद उन्हें 28 सितंबर को रिम्स (राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान ) रांची में भर्ती किया गया था। फिर भी सांस लेने में तकलीफ की वजह से बेहतर चिकित्सा के लिए उन्हें एक अक्टूबर को रांची के मेडिका अस्पताल में भर्ती किया गया था। उनका लंग्स 80 फीसद से अधिक संक्रमित था। सपोर्ट के बावजूद आक्सीजन स्तर में सुधार नहीं हो रहा था।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन रविवार को उनका हाल जानने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के साथ मेडिका गये थे। मुख्यमंत्री ने कहा था कि एमजीएम चेन्नई के लंग्स एक्सपर्ट से परामर्श लिया गया है। चिकित्सकों की टीम सोमवार को आने वाली थी मगर गिरते सेहत को देखते हुए डॉक्टरों से रविवार को ही आने का आग्रह किया गया। रविवार को रात 11 बजे चेन्नई से तीन डॉक्टरों की टीम आई। चिकित्सकों ने लंग्स ट्रांसप्लांट की जरूरत बताई है।
दूसरी तरफ उन्हें रविवार को वेंटिलेंटर पर रखा गया। सोमवार को मुख्यमंत्री हेमंत पुन: मेडिका गये, चिकित्सकों की टीम के साथ बातचीत की। सोमवार शाम 6.35 में एयर एंबुलेंस जगरनाथ महतो को लेकर रवाना हो गई। मुख्यमंत्री पशुपालन मंत्री बादल पत्रलेख के साथ खुद जगरनाथ महतो को विदा करने एयरपोर्ट पहुंचे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि चेन्न्ई से आये विशेषज्ञ चिकित्सकों की सलाह और मशविरा के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए चेन्नई ले जाने का निर्णय लिया गया।