पटना। गुरूवार का दिन बिहार में लालू-नीतीश गठबंधन के लिए काफी झटके देने वाला रहा। जहां दिन में समाजवादी पार्टी ने गठबंधन से बाहर निकल अकेले बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने का एलान कर दिया तो वहीं इस महागठबंधन को शाम में दूसरा बड़ा झटका राजद के वरिष्ठ नेता रघुनाथ झा ने दिया। राजद के वरिष्ठ नेता रहे रघुनाथ झा ने गुरूवार शाम राजद की प्राथमिक सदस्यता और उसके सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। पार्टी छोडने की घोषणा करते समय झा ने आरोप लगाया कि पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद वरिष्ठ नेताओं की अनदेखी कर रहे हैं और उनका पूरा ध्यान अपने परिवार पर है।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) का ब्राह्मण चेहरा माने जाने वाले लगभग 76 वर्षीय झा ने कहा कि वह समाजवादी पार्टी (सपा) में शामिल होने जा रहे हैं। वह पूर्व में राज्य में भारी उद्योग एवं लोक उपक्रम मंत्री भी रहे हैैं। पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद को भेजे पत्र में झा ने कहा है कि मैं पिछले 25 र्वषों से आपके हर सुख दुख में साथ हूं। लेकिन आजकल पार्टी कार्यकर्ताओं और मेरे प्रति आपके व्यवहार को देखते हुए मैं पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा देता हूं। 14वीं लोकसभा में बेतिया से सांसद रहे झा ने राजद छोड़ने के कारणों के बारे में विस्तार से बताया और लालू प्रसाद पर पार्टी कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ नेताओं की कीमत पर परिवार की राजनीति में संलिप्त रहने के आरोप लगाए।
उन्होंने कहा, प्रसाद का व्यवहार कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ नेताओं के प्रति काफी खराब रहा है। वह हमसे कोई विचार या सुझाव नहीं मांगते। उनका पूरा ध्यान अपने परिवार और बच्चों को राजनीति में आगे बढ़ाने पर है। वरिष्ठ नेता ने काफी क्षुब्ध होते हुए कहा कि राजद इतना गिर गया है कि हाल के समय में इसकी कोर समिति या संसदीय बोर्ड की बैठक तक नहीं हुई। उन्होंने एलान किया, मैं समाजवादी पार्टी में शामिल होने जा रहा हूं और राज्य में उसे मजबूत बनाउंगा। शिवहर विधानसभा क्षेत्र से दो बार के विधायक मेरे पुत्र अजीत कुमार झा भी सपा में जाएंगे। साथ ही झा ने कहा कि राजद और जद यू का नेतृत्व एेसे नेता कर रहे हैं जिनमें इतना अहंकार आ गया है कि वे दूसरों की उपेक्षा कर रहे हैं।