राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने शुक्रवार को एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार से कहा कि वह 75,000 सरकारी नौकरियों में भर्ती के पीछे का गणित समझाए ताकि लोगों को विश्वास हो सके कि उऩ्हें मूर्ख नहीं बनाया गया है।
एकनाथ शिंदे-देवेंद्र फडणवीस सरकार ने गुरुवार को 75,000 नौकरियों के लिए भर्ती अभियान शुरू किया और गुरुवार को 2,000 उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि राज्य सरकार अगले सप्ताह 8,500 पदों पर भर्ती की घोषणा करेगी, जिसके बाद पुलिस विभाग में 18,500 पदों पर भर्ती की जाएगी।
एनसीपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता क्लाइड क्रेस्टो ने एक बयान में कहा, "महाराष्ट्र के लोगों के लिए अच्छा है कि शिंदे-फडणवीस सरकार ने 75,000 सरकारी नौकरियों के लिए उम्मीदवारों की भर्ती के लिए एक अभियान शुरू किया है। लेकिन उन्हें यहां गणित भी समझाना होगा। क्या ये 75,000 नौकरियां हैं ' प्लस' 2014 में भाजपा द्वारा किए गए वादे के अनुसार 2 करोड़ नौकरियां या 'माइनस'।
क्रैस्टो ने आगे पूछा कि क्या यह 16 करोड़ नौकरियां (आठ साल से 2 करोड़ गुणा) प्लस या माइनस 75,000 नौकरियां हैं। राकांपा नेता ने कहा,"महाराष्ट्र के लोगों को यह सुनिश्चित करने के लिए इन विवरणों को जानना चाहिए कि उन्हें 2014 के बाद से देश के बाकी हिस्सों की तरह एक बार फिर मूर्ख नहीं बनाया जा रहा है। वादा किए गए रोजगार कभी नहीं दिए गए और इसे जोड़ने के लिए, भारत पिछले 45 साल में उच्चतम बेरोजगारी दर पर पहुंच गया।
उन्होंने कहा कि शिंदे-फडणवीस सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी 75,000 नौकरियां दी जाएं और यह केवल लॉन्च के दिन दिए गए नियुक्ति पत्रों तक ही सीमित नहीं है, अन्यथा इसे एक और प्रचार नौटंकी के रूप में देखा जाएगा।