चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमले से इनकार किया है। ये फैसला आयोग ने राज्य के पर्यवेक्षकों और मुख्य सचिव की एक रिपोर्ट के आधार पर लिया है। राज्य की सीएम ममता बनर्जी ने दस मार्च को नंदीग्राम में कहा था कि उन पर कुछ लोगों ने जानबूझकर हमला किया है। उन्होंने कहा था, चार-पांच लोगों ने धक्का दिया जिससे वो गिर गईं और उनके पैरों में गंभीर चोटें आ गई। घटना के बाद ममता को कोलकाता के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिसके बाद उन्हें अब अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। आज यानी रविवार को वो कोलकाता में व्हील चेयर पर बैठ रोड शो कर रही हैं।
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ममता के कथित हमले पर बीते कई दिनों से राजनीति में भी गर्म है। कांग्रेस और बीजेपी दोनों ममता को घेरने में लगे हुए हैं। दलों का आरोप है कि ममता बनर्जी का ये वोट बैंक के लिए षडयंत्र है। घटना के बाद तृणमूल कांग्रेस का एक दल चुनाव आयोग से मिला था जबकि चुनाव आयोग ने घटना के बाद राज्य पुलिस से रिपोर्ट तलब किया था।
कथित हमला को टीएमसी ने बताया था गहरी साजिश
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने गुरुवार को मुख्यमंत्री एवं नंदीग्राम विधानसभा सीट की उम्मीदवार ममता बनर्जी पर हमले को लेकर चुनाव आयोग को एक ज्ञापन सौंपा था। ज्ञापन में यह भी कहा गया कि मुख्यमंत्री पर हमला एक गहरी साजिश है। टीएमसी ने इस संबंध में तत्काल जांच की मांग की थी। टीएमसी ने आरोप लगाया था कि नंदीग्राम में भाजपा द्वारा पड़ोसी राज्यों से असामजिक तत्वों को बुलाने की भी सूचनायें हैं। आयोग को सौंपे गये ज्ञापन में तृणमूल कांग्रेस महासचिव पार्थ चटर्जी, राज्य सभा सांसद डेरेक ओ’ब्रायन और राज्य मंत्री चन्द्रिमा भट्टाचार्य ने कहा कि ममता बनर्जी पार्टी की अध्यक्ष हैं और देश भर में इकलौती महिला मुख्यमंत्री हैं। चुनाव आयोग ने राज्य में चुनाव कराने के नाम पर कानून-व्यवस्था संभाली हुई है, राज्य सरकार के साथ बिना किसी परामर्श के राज्य के पुलिस महानिदेशक को हटा दिया गया। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इशारे पर मुख्यमंत्री और नंदीग्राम के उम्मीदवार को धमकी दी जाती है।
पश्चिम बंगाल की 294 विधान सभा सीटों के लिए 8 चरणों में मतदान होने हैं। राज्य में 27 मार्च, एक अप्रैल, 6 अप्रैल, 10 अप्रैल, 17 अप्रैल, 22 अप्रैल, 26 अप्रैल और 29 अप्रैल को मतदान होंगा। जबकि चुनाव परिणाम 2 मई को आएगा। पहले और दूसरे चरण में 30-30 सीटों, तीसरे चरण में 31 सीटें, चौथे चरण में 44 सीटें, पांचवें चरण में 45 सीटें, छठे चरण में 43 सीटें, सातवें चरण में 36 सीटें और आठवें चरण में 35 सीटों पर मतदान होगा। आठ चरणों में चुनाव कराने को लेकर भी चुनाव आयोग पर ममता सरीखे अन्य दलों ने सवाल उठाए हैं।