पश्चिम बंगाल चुनाव को लेकर राज्य की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की मुखिया ममता बनर्जी ने बड़ा दांव खेल दिया है। पार्टी से बगावत करने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में कुछ महीने पहले शामिल होने वाले बागी नेता शुभेंदु अधिकारी के गढ़ माने जाने वाले नंदीग्राम से चुनावी ताल ठोकने का ऐलान कर दिया है।
पश्चिम बंगाल चुनाव को लेकर राज्य की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की मुखिया ममता बनर्जी ने बड़ा दांव खेल दिया है। पार्टी से बगावत करने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में कुछ महीने पहले शामिल होने वाले बागी नेता शुभेंदु अधिकारी के गढ़ माने जाने वाले नंदीग्राम से चुनावी ताल ठोकने का ऐलान कर दिया है।
2016 में हुए विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम से हीं शुभेंदु अधिकारी ने जीत दर्ज की थी। शुभेंदु अधिकारी को टीएमसी में पावरफुल नेताओं में से माना जाता रहा है। नंदीग्राम टीएमसी के लिए कई मायनो में खास है। करीब एक दशक पहले सिंगूर और नंदीग्राम में हुए आंदोलन ने पश्चिम बंगाल की सियासत से वामपंथ को उखाड़ फेंका था और राज्य की सत्ता में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस को मौका मिला।
ममता ने नंदीग्राम से रैली को संबोधित करते हुए कहा, “मैंने हमेशा विधानसभा चुनाव के लिए अपना अभियान नंदीग्राम से शुरू किया है। ये मेरे लिए भाग्यशाली जगह है। मुझे लगता है कि यहां से मुझे विधानसभा चुनाव लड़ना चाहिए। मैं राज्य के पार्टी अध्यक्ष सुब्रत बख्शी से अनुरोध करूंगी कि वो इस सीट से मेरा नाम मंजूर करें।“ साथ हीं ममता ने ये भी कहा कि वो अपने परंपरागत सीट भवानीपुर से भी चुनाव लड़ेंगी।