प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को हुगली के आरामबाग में एक चुनावी जनसभा में पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने ममता बनर्जी के चुनाव आयोग पर लगाए गए आरोपों को लेकर कटाक्ष करते हुए कहा कि क्रिकेट के मैदान में अगर कोई खिलाड़ी बार-बार अंपायर पर सवाल उठाए तो समझो उसके खेल में खोट है। चुनाव के मैदान में कोई कभी ईवीएम को कभी चुनाव आयोग पर सवाल खड़ा करो, तो मानो उसका खेला खत्म हो चुका है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ममता बनर्जी की बौखलाहट का सबसे बड़ा कारण है उनका 10 साल का रिपोर्ट कार्ड। उन्होंने जो काम किया है उनमें उद्योग बंद हुए हैं। राज्य में निवेश और व्यापार की संभावनाएं बंद हुई हैं। पीएम ने कहा कि दीदी ने यह दावा कर लोगों के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचायी कि लोग पैसे लेकर भाजपा की रैलियों में आ रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बंगाल को क्या चाहिए, क्या करना है, इसे लेकर बंगाल की महान जनता में कभी भी भ्रम नहीं रहा है। इसलिए बंगाल के लोगों ने चुनाव में हमेशा स्पष्ट बहुमत को प्राथमिकता दी है। यहां की अध्ययनशील प्रतिभाएं हमेशा स्पष्ट नीति के साथ चली हैं। बंगाल के लोग हमेशा अपनी परीक्षा में पास हुए हैं। फेल वो लोग हुए हैं जिन्होंने बंगाल के लोगों की अपेक्षाओं को, उनकी आकांक्षाओं को पूरा नहीं किया। आज बंगाल के लोगों ने एक बार फिर परिवर्तन की कमान संभाल ली है। आशोल पॉरिबोर्तोन के उद्घोष में और शोनार बांग्ला के विजन में, बंगाल के लोगों की यही आकांक्षा है। उन्होंने पहले दो चरण के चुनाव से ही बीजेपी के प्रचंड बहुमत का रास्ता तय कर दिया है।
उन्होंने कहा कि 2 मई को क्या नतीजे आने वाले हैं, इसकी झलक हम दो दिन पहले नंदीग्राम में देख चुके हैं। मुझे पक्का पता है, हर चरण के चुनाव के साथ दीदी की ये बौखलाहट बढ़ती जाएगी, मुझ पर गालियों की बौछार भी बढ़ती जाएगी। पीएम ने कहा कि बंगाल में एक विशेष मधुरता है, मिठास है। यहां की भाषा में मिठास है। यहाँ के भाई-बहनों की भावना में मिठास है, व्यवहार में मिठास है। यहाँ की मिष्टी दोई और मिठाइयों की तो बात ही अलग है। फिर दीदी इतनी कड़वाहट कहां से लाती हैं।