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मायावती ने नसीमुद्दीन को बताया ब्लैकमेलर, टेप से छेड़छाड़ का आरोप

बसपा से निष्‍कासित नसीमुद्दीन सिद्दीकी और बसपा अध्‍यक्ष मायावती के बीच आरोप-प्रत्‍यारोप का दौर जारी है। नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने मायावती पर उनसे 50 करोड़ रुपये मांगने और मुस्लिम समुदाय के लिए अपशब्द इस्तेमाल करने के आरोप लगाए थे, जिनका मायावती ने तुरंत जबाव दिया है।
मायावती ने नसीमुद्दीन को बताया ब्लैकमेलर, टेप से छेड़छाड़ का आरोप

नसीमुददीन सिद्दीकी को टेपिंग ब्लैकमेलर बताते हुये बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि उन्होंने पार्टी की सदस्यता अभियान में जमा हुआ करीब पचास फीसदी धन पार्टी कोष में जमा नहीं किया, इसलिये उन्हें पार्टी से निकाला गया। मायावती ने नसीमुद्दीन को एक आधारहीन नेता बताते हुए कहा कि वह एेसे ही फोन टैप कर पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं से पैसे वसूल करते थे। वह अच्छे और काबिल मुसलमान नेताओं को पार्टी में आने ही नहीं देना चाहते थे।

कभी बसपा में नंंबर दो की हैसियत में रहे नसीमुद्दीन सिद्दीकी पर हमला बोलते हुए मायावती ने कहा कि जो आदमी अपनी राष्ट्रीय अध्यक्ष की बातें टेप करता है। वह आम नेताओं कार्यकर्ताओं की बात जरूर टेप करता होगा। उन्होंने कहा कि नसीम ने जो टेप आज मीडिया को सुनवाये उसमें काटछांट की गई है और उसमें सिर्फ मेरी बातें ही सुनवाई गयी हैं जबकि उसके सिर्फ हां और बहन जी जैसे ही शब्द सुनायी दे रहे हैं। मायावती ने कहा, "जो भी बात टेप में है, उसमें मैं केवल पार्टी की सदस्यता का पैसा जमा करवाने की बात कर रही हूं। जिस पर वह कह रहा है कि मैं अपनी जमीन जायदाद बेंचकर पैसा जमा करवाउंगा।"

आनंद ने मेहनत से खड़ा किया कारोबार 

उन्होंने अपने भाई आनंद पर पैसा कमाने के नसीमुद्दीन के आरोपों का जवाब देते हुये कहा, जो लोग कह रहे हैं कि मेरा भाई एक चतुर्थ श्रेणी का कर्मचारी था और अब पैसे वाला हो गया। वह लोग अम्बानी का बैकग्राउंड देख लें। अम्बानी मेहनत करके आज इस जगह पर पहुंचे हैं। वैसे ही मेरे भाई ने कारोबार में मेहनत की और आज इस स्थान पर पहुंचा।

मुस्लिम समाज के बारे में गलत नहीं बोल सकती: मायावती 

मुुुस्लिम समाज के बाद में अपशब्द कहने के आरोप का जवाब देते हुए मायावती ने कहा, "मैं मुस्लिम समाज के बारे में गलत बातें नहीं बोल सकती हूं। यह बात पूरा मुस्लिम समाज जानता है। नसीमुद्दीन जैसे लोग मुस्लिम समाज को बसपा से जुड़ने नहीं दे रहे थे। इसलिए उसको पार्टी से निकाल दिया गया है।" बसपा सुप्रीमो ने कहा कि मुस्लिम समाज नसीमुद्दीन को कभी माफ नही करेगा, क्योंकि उन्होंने आज मुस्लिम समाज के लिए जिन गंदे शब्दों का प्रयोग किया वह अपनी जुबान से नहीं कर सकती हैं। 

मायावती ने मांगे 50 करोड़ रुपये: नसीमुद्दीन 

नसीमुद्दीन ने कहा, "एक बार मायावीत ने उन्हेेंं बुुुुलाया और कहा कि पार्टी को पैसे की जरूरत है। उन्होंने मुझसे 50 करोड़ मांगे। जब मैंने उनसे कहा कि मेरे पास पैसे नहीं हैं, तो उन्होंने संपत्ति बेचने को कहा।" नसीमुद्दीन ने कहा, 'मैं जानता था कि वे मुझे पार्टी से निकालने वाली है। मैंने पार्टी को 34 साल दिए हैं। मायावती और सतीश चंद्र मिश्रा बीएसपी की जड़ें खोद रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ लगाए गए आरोप आधारहीन हैं।

मुस्लिम मतों का सवाल 

नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि मायावती ने चुनाव नतीजों के बाद मुझे दिल्ली बुलाया और पूछा कि मुसलमानों ने बसपा को वोट क्यों नहीं दिया? प्रेस कॉन्फ्रेंस में नसीमुद्दीन ने कहा कि मैंने उनसे कहा कि जब तक गठबंधन नहीं हुआ था। मुसलमान हमारे साथ था, लेकिन गठबंधन होने के बाद मुसलमान कन्फ्यूज हो गया और वोट बंट गया। उन्होंने कहा, 'मेरी बात से असहमति जताते हुए बसपा सुप्रीमो ने मुझे गाली दी और कहा कि मैं उन्हें मूर्ख बना रहा हूं।

विधान परिषद के नेता पद से हटाने की तैयारी 

बीएसपी नसीमुद्दीन सिद्दीकी को निकालने के बाद जल्द ही विधान परिषद में अपने नए नेता के नाम का ऐलान कर सकती है। माना जा रहा है की पार्टी नसीमुद्दीन को विधान परिषद के नेता पद से हटाने का पत्र जारी करेगी और नए नेता का नाम भेजेगी। मीडिया के अनुसार नसीमुद्दीन सिद्दीकी के खिलाफ स्वाति सिंह और उनकी बेटी पर अभद्र टिप्पणी मामले में पुलिस ने चार्जशीट तैयार कर ली है और जल्द ही वो चार्जशीट सौंप सकती है।

 

 

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