बसपा से निष्कासित नसीमुद्दीन सिद्दीकी और बसपा अध्यक्ष मायावती के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने मायावती पर उनसे 50 करोड़ रुपये मांगने और मुस्लिम समुदाय के लिए अपशब्द इस्तेमाल करने के आरोप लगाए थे, जिनका मायावती ने तुरंत जबाव दिया है।
बहुजन समाज पार्टी से बाहर किए गए नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मायावती पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि मायावती ने मुसलमानों को गद्दार तक कह दिया था। सिद्दीकी ने मायावती से बातचीत की कुछ रिकॉर्डिंग सुनवाते हुए दावा किया उनके पास ऐसी 150 सीडी हैं। अगर खुलासा कर दिया तो उनका मर्डर हो जाएगा।
यूपी की राजनीति में नसीमुद्दीन सिद्दीकी एक बड़े मुस्लिम नेता माने जाते हैं। यूपी के 2017 विधानसभा चुनावों में बसपा ने उन्हें टिकट बांटने से लेकर अपने स्टार प्रचारकों में शामिल किया था। बसपा सुप्रीमो मायावती ने उनसे सभी बड़े विभाग और अधिकार छीन कर सबको चौका दिया।
कभी बहुजन समाज पार्टी में कद्दावर नेता रहे नसीमुद्दीन सिद्दीकी को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया। उनके बेटे अफजाल को भी पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया दिया है।
बसपा के राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने सपा में रार को पारिवारिक नाटक करार देते हुए कहा कि सपा परिवार के नेता काले धन को लेकर आपस में लड़ रहे हैं। उन्होंने सपा पर अपने हितों के लिए मुसलमानों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। बसपा नेता ने भाजपा पर दंगे कराने के आरोप लगाते हुए कहा कि जनता एेसे लोगों को चुनाव में सबक सिखायेगी।
उत्तर प्रदेश का चुनाव जैसे जैसे नजदीक आते जा रहा है राजनीति भी अपना गजब रंग दिखाते जा रही है। राजनीतिक दलों के नेताओं के बयान आने वाली तस्वीर पेश कर रहे हैं। इसी क्रम में बसपा के राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने बरेली में कहा है कि जिस दिन दलित-मुस्लिम एक हो जाएंगे, उस दिन हिंदुस्तान पर मुसलमानों की हुकूमत होगी।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने आज केंद्र सरकार से पूछा कि अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों को दी जानी वाली छात्रवृत्ति के लिए ऑनलाइन आवेदन करना अनिवार्य क्यों है।