शिवसेना नेता संजय राउत ने गुरुवार को कहा कि केंद्र सरकार हम पर आतंक फैलाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करके महाराष्ट्र और शिवसेना की भावनाओं को दबा नहीं सकते। हम राज्य भर में उनकी प्रतिशोध की राजनीति का और पर्दाफाश करेंगे। हमारी आवाज दबाना महाराष्ट्र का अपमान है।
संजय राउत ने कहाकि कल लोग केंद्र सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरेंगे तो केंद्रीय एजेंसियों और उनके मददगारों का क्या होगा। उन्होंने कहा कि राउत ने कहा कि महाराष्ट्र के गृह मंत्रालय की एक महान परंपरा रही है कि यह केंद्रीय एजेंसियों की तरह कभी भी किसी के खिलाफ प्रतिशोधपूर्वक कार्रवाई नहीं करता। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) सरकारों को निशाना बना रहे हैं।
शिवसेना नीत महाराष्ट्र सरकार और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के बीच भी कई मौकों पर टकराव देखा गया है। पश्चिम बंगाल में भी तृणमूल कांग्रेस सरकार और राज्यपाल के बीच संबंध काफी तल्ख रहे हैं।
इस सप्ताह की शुरुआत में प्रवर्तन निदेशालय ने धनशोधन मामले की जांच के सिलसिले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साले श्रीधर पाटनकर के स्वामित्व वाली कंपनी की 6.45 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क कर ली थी।
‘द कश्मीर फाइल्स’ पर चल रहे विवाद पर संजय राउत ने कहा था कि कश्मीर अपने देश के लिए और देश की जनता के लिए अत्यंत संवेदनशील मुद्दा है। कई सालों तक इस पर राजनीति हुई। हमें ऐसा लगता था कि जब नरेंद्र मोदी सत्ता में आएंगे तो यह राजनीति खत्म होगी लेकिन यह तो बढ़ती ही जा रही है। द कश्मीर फाइल्स में कई ऐसी बातें हैं, जो झूठ हैं और जो हुई ही नहीं थी लेकिन वो एक फिल्म है जिनको देखना होगा, वो देखेंगे. जिनको खटकेगा, वो बोलेंगे. इतनी आजादी तो अपने देश में है।’