हाल में बीजेपी से सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस में लौटे वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय को शुक्रवार को विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी ने लोक लेखा समिति (पीएसी) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। इसके विरोध में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में भाजपा विधायकों ने विधानसभा से वॉकआउट किया।
देखा जाए तो ममता बनर्जी ने मुकुल को पीएसी चेयरमैन बनाकर बड़ा दांव चला है। एक तरफ ममता बनर्जी ने 'विपक्षी विधायक' को पीएसी चेयरमैन बनाए जाने की नियम का पालन भी कर दिया है तो दूसरी तरफ अपनी पार्टी में आ चुके व्यक्ति को अहम पद सौंप दिया है।
इसका विरोध करते हुए शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि स्पीकर ने अपने अधिकार का इस्तेमाल करते हुए मुकुल रॉय को लोक लेखा समिति का अध्यक्ष नियुक्त करने का ऐलान किया है। ऐसा पहली बार है जब कोई विपक्षी दलों का नाम अध्यक्ष के लिए चयन नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि नियमों के अनुसार सामान्यत: किसी विपक्षी विधायक को पीएसी का अध्यक्ष चुना जाता है, लेकिन तृणमूल कांग्रेस ने नियम का दुरुपयोग करते हुए रॉय को अध्यक्ष बनवाया है।
कृष्णनगर उत्तर से आधिकारिक रूप से भाजपा के विधायक रॉय पिछले महीने तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए थे। हालांकि उन्होंने भाजपा के कई बार कहने के बावजूद विधानसभा से इस्तीफा नहीं दिया था। रॉय को जून में पीएसी का सदस्य चुना गया था।