जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को कहा कि बेशक, हम चुनाव लड़ने जा रहे हैं, हम उन्हें कोई जगह नहें देंगे, लेकिन मैं तब तक चुनाव नहीं लड़ूंगी, जब तक कश्मीर में फिर से घारा-370 बहाल नहीं हो जाती है।
इससे पहले उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के शासनकाल और मौजूदा शासनकाल की तुलना करते हुए कहा कि देश में आज ये हालात हैं कि गांधी (महात्मा गांधी) का भारत गोडसे (नाथूराम गोडसे) के भारत में बदल रहा है।
महबूबा मुफ्ती ने कहा, ''मुझे वाजपेयी जी के दौर में भारत और पाकिस्तान के बीच एक क्रिकेट मैच याद है, जहां पाक के नागरिक भारत के लिए जयकार कर रहे थे और भारत के नागरिक पाकिस्तान के लिए जयकार कर रहे थे। पाक के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने भी की तत्कालीन भारतीय कप्तान एमएस धोनी की तारीफ की थी।''
उन्होंने कहा, ''कुछ दिन पहले आगरा में जब भारत के साथ मैच के दौरान कुछ युवाओं ने पाकिस्तानी क्रिकेट टीम की जय-जयकार की तो एक भी वकील उनका पक्ष लेने को तैयार नहीं हुआ। इसलिए अब लगता है कि गांधी का भारत अब गोडसे का भारत बनता जा रहा है।''
इसी साल जून में केंद्र सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में शामिल होने के अगले ही दिन महबूबा ने घोषणा की थी कि अनुच्छेद 370 की बहाली तक वे कोई चुनाव नहीं लड़ेंगी। यहां तक कि चुनाव में उनकी पार्टी जीतती है तो वे मुख्यमंत्री तक नहीं बनेंगी।