केंद्र और महाराष्ट्र में भाजपा की सहयोगी शिवसेना ने राहुल गांधी की जमकर तारीफ की है। पार्टी मुखपत्र सामना में लिखे संपादकीय में कहा गया है कि नवनियुक्त कांग्रेस अध्यक्ष ने गुजरात चुनाव की जंग परिणाम की चिंता किए बगैर ही लड़ी।
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी शिवसेना ने कहा कि अमेठी के 47 वर्षीय सांसद ने ऐतिहासिक पार्टी की कमान बड़े ही कठिन समय में संभाली है। ऐसे में उन्हें शुभकामना देने में कोई आपत्ति नहीं हो सकती है। ऐसे में यह राहुल गांधी को फैसला करना है कि वह अपनी पार्टी को शीर्ष पर ले जाते हैं या गर्त में। संपादकीय में कहा गया है कि जब भाजपा के बड़े नेता हार की आशंका से भयभीत थ्ाे तब राहुल गांधी परिणाम की परवाह किए बगैर मैदान में थे। उनका यही आत्मविश्वास उन्हें आगे ले जाएगा।
भाजपा और नरेंद्र मोदी सरकार पर अप्रत्यक्ष हमला करते हुए संपादकीय में कहा गया है कि ये सोचते हैं कि पिछले 60 साल में कुछ नहीं हुआ और भारत ने जो भी प्रगति की वह पिछले तीन साल में की है। ऐसा सोचना मूर्खता का प्रतीक है। संपादकीय में तंज कसा गया है कि क्या पता नया इतिहास लिखा जाए और कहा जाए कि भारत ने पिछले एक साल में स्वतंत्रता हासिल की है और स्वतंत्रता की लड़ाई का 150 साल का संघर्ष झूठा है।