पुणे में पूर्व केंद्रीय मंत्री और एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने केंद्र सरकार पर सीबीआई, ईडी, आईटी, एनसीबी जैसी जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि केंद्र गैर-भाजपा शासित राज्यों को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है। महाराष्ट्र की सरकार अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा करेगी और फिर से सत्ता में आएगी।
पवार ने महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख को लेकर कहा कि पिछले दिनों मुंबई पुलिस आयुक्त ने आरोप लगाए। कोर्ट जांच के आदेश के बाद देशमुख ने सत्ता से दूर होने का फैसला किया। इस मामले की जांच निष्पक्ष हो इसलिए देशमुख अलग हुए, लेकिन जिन्होंने आरोप लगाए वे ही गायब हैं। कई दिनों से उनके ही कई मामले सामने आने लगे हैं। देशमुख के घर से मुझे जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक 5वीं बार उनके घर पर केंद्रीय एजेंसी ने छापेमारी की है, क्या मिला अभी तक मुझे समझ नहीं आ रहा है।
पिछले दिनों आयकर विभाग ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजीत पवार, उनके परिवार के सदस्यों और व्यापारिक सहयोगियों से जुड़े कारखानों, कार्यालयों और आवासों सहित विभिन्न परिसरों पर छापेमारी की थी। यह कार्रवाई एनसीपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और मंत्री नवाब मलिक द्वारा 2 अक्टूबर को एक कथित रेव पार्टी के छापे में कथित रूप से बीजेपी के कुछ कार्यकर्ताओं को शामिल करने के लिए नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो को टारगेट करने के एक दिन बाद हुई है। आईटी विभाग के निशाने पर जरंदेश्वर चीनी मिल, दौंड चीनी मिल, पुष्पदंतेश्वर चीनी मिल, अंबालिका चीनी मिल और पुणे और कोल्हापुर में अजीत पवार की तीन बहनों के कार्यालय या आवास थे।