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शिवसेना नेता का लेटर वायरल, एनसीपी-कांग्रेस छोड़ भाजपा के साथ बने सरकार, BJP बोली- ठाकरे करें विचार

महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी की सरकार में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। इसका खुलासा शिवसेना विधायक के...
शिवसेना नेता का लेटर वायरल, एनसीपी-कांग्रेस छोड़ भाजपा के साथ बने सरकार, BJP बोली- ठाकरे करें विचार

महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी की सरकार में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। इसका खुलासा शिवसेना विधायक के पत्र से होता है। शिवसेना विधायक प्रताप सरनाइक ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने राज्य में गठबंधन सरकार की सहयोगी एनसीपी और कांग्रेस दोनों पर निशाना साधा है। साथ ही उन्होंने उद्धव ठाकरे से अपील भी की है कि एक बार फिर से पीएम मोदी के साथ आ जाएं, ये पार्टी और कार्यकर्ताओं के लिए बेहतर रहेगा।

10 जून को लिखे पत्र में सरनाइक ने पत्र में लिखा है, 'केंद्रीय एजेंसियां बिना किसी गलती के हमें निशाना बना रही हैं, अगर आप पीएम मोदी के करीब आए तो रवींद्र वायकर, अनिल परब, प्रताप सरनाइक और उनके परिवारों जैसे नेताओं की पीड़ा खत्म हो जाएगी।  

विधायक ने लिखा है, 'हमें आप पर और आपके नेतृत्व पर विश्वास है लेकिन कांग्रेस और एनसीपी हमारी पार्टी को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं। मेरा मानना है कि अगर आप पीएम मोदी के करीब आते हैं तो बेहतर होगा। अगर हम एक बार फिर साथ आ गए तो यह पार्टी और कार्यकर्ताओं के लिए फायदेमंद होगा।

शिवसेना विधायक ने कहा है, 'एनसीपी और कांग्रेस को अपना मुख्यमंत्री चाहिए। कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ना चाहती है और एनसीपी शिवसेना से नेताओं को अलग करने की कोशिश कर रही है। लगता है कि केंद्र से उन्हें परोक्ष रूप से समर्थन मिल रहा है, कोई केंद्रीय जांच एजेंसी एनसीपी नेताओं के पीछे नहीं है।”

वहीं, संजय राउत ने कहा, "कल शिवसेना का 55वां स्थापना दिवस था। इस अवसर पर सीएम ने बताया कि आने वाले दिनों में पार्टी की क्या भूमिका रहेगी। उन्होंने ये भी बताया कि महाराष्ट्र में जो अकेले चुनाव लड़ने की बात कर रहें, अगर वो ऐसा करेंगे तो हम क्या ऐसे ही बैठे रहेंगे? जिसे लड़ना है वो लड़े। शिवसेना ने राजनीतिक लड़ाई अपने ताकत पर लड़ी है। चाहे चुनाव में गठबंधन हो या न हो, लेकिन लड़ाई अपने ताकत पर ही लड़ी जाती है।" उनके  बयान के बाद सवाल उठने लगे हैं कि क्या महाराष्ट्र सरकार में सब कुछ ठीक चल रहा है।

बता दें कि पिछले साल मंनी लॉन्ड्रिंग के मामले में प्रताप सरनाईक के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी। इसके अलावा उनके बेटे विहांग सरनाईक से पूछताछ भी हुई थी। उस समय राज्य की महाराष्ट्र विकास अघाड़ी सरकार ने केंद्र सरकार पर विधायकों को टारगेट करने का आरोप लगाया था।

 

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