रामपाल ने प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक से मुलाकात कर सरकार द्वारा की गई कार्रवाई को गलत बताया और साथ में लखनऊ में करीब 22 हजार मकानों की सूची भी सौंपी की किस तरह से अवैध तरीके से इन मकानों का निर्माण किया जा रहा है। राजभवन के सूत्रों के मुताबिक रामपाल ने करीब एक घंटे तक राज्यपाल के साथ बैठक की और प्रदेश में सपा सरकार की आलोचना की। सूत्रों के मुताबिक रामपाल ने मुलाकात के दौरान ही भाजपा के साथ जुड़ने की इच्छा भी जाहिर की।
सूत्रों का कहना है कि रामपाल के साथ-साथ सीतापुर के कई अन्य स्थानीय विधायक भी भाजपा का दामन थामने की तैयारी में हैं। सूत्रों का कहना है कि कई विधायकों को यह लगने लगा है कि समाजवादी पार्टी उनका टिकट काट सकती है ऐसे में वह दूसरी पार्टियों में अपनी भूमिका तलाश रहे हैं। बसपा द्वारा उम्मीदवारों की घोषणा किए जाने के कारण भाजपा में ऐसे विधायकों को जगह मिलती दिखाई दे रही है। सूत्र बताते हैं कि कई विधायक प्रदेश भाजपा अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य के संपर्क में हैं और जल्द ही उनके जुड़ने की घोषणा कर सकते हैं।