तमिलनाडु की सेंट्रल चेन्नई लोकसभा सीट पर 19 अप्रैल को होने वाले मतदान में द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के दयानिधि मारन को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विनोज पी. सेल्वम से कड़ी चुनौती मिलने की उम्मीद है, जबकि अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के नेतृत्व वाला गठबंधन और नाम तमिलर काट्ची के उम्मीदवार भी इसी सीट पर मुकाबले को रोचक बना रहे हैं।
तमिलनाडु में लोकसभा की कुल 39 सीटें हैं, जिसमें सेंट्रल चेन्नई छोटे निर्वाचन क्षेत्रों में से एक हैं। यहां मतदाताओं की संख्या 23 लाख से कुछ अधिक है। इस लोकसभा सीट में विल्लीवक्कम, एग्मोर, हार्बर, चेपक, ट्रिप्लिकेन, थाउजेंड लाइट्स, अन्ना नगर विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं।
स्थानीय लोगों के अनुसार, उन्हें यहां अनियमित जल आपूर्ति, यातायात जाम, मानसून के दौरान बाढ़ जैसी कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सेंट्रल चेन्नई पर सत्तारूढ़ द्रमुक की मजबूत पकड़ है।
प्रमुख द्रमुक नेता और सांसद दयानिधि मारन इस सीट से चौथी बार चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में पट्टाली मक्कल काट्ची (पीएमके) के सैम पॉल को भारी अंतर से हराया था। मारन को 4,47,150 मत मिले थे, जबकि पॉल को 1,46,813 वोट मिले थे।
आगामी चुनाव में मारन का मुकाबला भाजपा के राज्य सचिव विनोज पी. सेल्वम से है। दिवंगत अभिनेता विजयकांत की देसिया मुरपोक्कु द्रविड़ कषगम (डीएमडीके) ने बी पार्थसारथी को मैदान में उतारा है। इस चुनाव में वह एआईएडीएमके के सहयोगी के रूप में चुनाव लड़ रही है।
अभिनेता-राजनेता सीमान एनटीके ने डॉ. आर कार्तिकेयन को दूसरी बार उम्मीदवार बनाया है। उन्हें 2019 के चुनाव में कुल 30,809 वोट मिले थे।
राजनीतिक पर्यवेक्षक सुमन्त रामन कहते हैं ‘‘मारन के खिलाफ सत्ताविरोधी लहर है लेकिन वह आसानी से जीत सकते हैं क्योंकि उनके दोनों विरोधी (भाजपा और डीएमडीके के) उम्मीदवार राजनीतिक रूप से मारन की तरह मजबूत नहीं हें। इसके अलावा सेंट्रल चेन्नई में डीएमडीके और भाजपा की अधिक उपस्थिति भी नहीं है।’’
सेंट्रल चेन्नई निर्वाचन क्षेत्र में कुल 23,58,526 मतदाता हैं, जिसमें पुरुष मतदाता 6,64,076 हैं। वहीं, 6,78,658 महिलाएं और 433 ट्रांसजेंडर मतदाता शामिल हैं।