बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने गुरुवार को राज्य में शराबबंदी कानून को पूरी तरह असफल बताते हुए सरकार को एक बार फिर से घेरा है। तेजस्वी ने कैबिनेट मंत्री रामसूरत राय पर कई संगीन आरोप लगाए और उन्हें तुरंत पद से बर्खास्त करने की मांग की। उन्होंने यहां तक कह दिया कि असली शराब माफिया तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं।
पत्रकारों से बातचीत में राजद नेता ने कहा कि मंत्री रामसूरत राय के स्कूल से शराब मिली है। इस मामले में रामसूरत राय के भाई के खिलाफ एफआईआर की कॉपी भी है। जिस स्कूल से शराब बरामद हुई है उसके व्यवस्थापक रामसूरत के भाई हंसराज हैं, लेकिन सबूत होने के बावजूद दोनों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। तेजस्वी यादव ने कहा कि मंत्री के स्कूल का नाम ज्ञान विद्या मंदिर है लेकिन वहां किस तरह का ज्ञान दिया जा रहा है ये समझ से परे है।
उन्होंने नीतीश कुमार को लाचार, मजबूर, थका हुआ मुख्यमंत्री बताते हुए कहा कि देश में ऐसा लाचार मुख्यमंत्री कोई नहीं है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि "नीतीश मंत्रिमंडल में कई ऐसे मंत्री हैं जो शराब का धंधा करते हैं लेकिन किसी पर कार्रवाई नहीं होती। आखिर इनको संरक्षण क्यों दिया जा रहा है. बिहार में 64 प्रतिशत मंत्री दागी हैं, जिनपर गंभीर आरोप हैं।"
उन्होंने कहा कि बिहार पुलिस ने भी माना है कि राज्य से 9 लाख लीटर शराब जब्त हुई है। बिहार में आज सबसे मुनाफे का व्यवसाय शराब बेचने का काम बन गया है।