महाराष्ट्र में जारी सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। महाविकास अघाड़ी सरकार पर आई संकट और शिवसेना में मची आंतरिक कलह के बीच तीखी बयानबाजी का दौर जारी है। एक तरफ जहां शिवसेना के बागी विधायकों ने सरकार को संकट में ला खड़ा किया है, वहीं अब भाजपा को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। इस बीच सांसद और शिवसेना के नेता संजय राउत भी लगातार पार्टी के बागी विधायकों पर जुबानी हमले कर रहे हैं।
संजय राउत ने मंगलवार की सुबह ट्वीट कर बागी विधायकों पर कड़ा तंज कसा है। राउत ने कहा कि उनके लिए 11 जुलाई तक वहां (गुवाहाटी में) आराम करने का आदेश है. महाराष्ट्र में उनके लिए कोई काम नहीं है। गुवाहाटी में डेरा डाले हुए विधायकों पर नए सिरे से हमला करते हुए, शिवसेना सांसद संजय राउत ने मंगलवार को उनकी तुलना "चलने वाले मृत" से की।
<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="zxx" dir="ltr"><a href="https://t.co/Cb9pBkEQhQ">pic.twitter.com/Cb9pBkEQhQ</a></p>— Sanjay Raut (@rautsanjay61) <a href="https://twitter.com/rautsanjay61/status/1541598571765858305?ref_src=twsrc%5Etfw">June 28, 2022</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
संजय राउत ने एक ट्वीट में कहा कि बागी विधायक 'जहलत' (मूर्खता) नामक स्थिति से पीड़ित हैं। इमाम अली के एक सूत्र का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, "जहलत मौत का एक रूप है और जाहिल लोग (मूर्ख लोग) चलने वाले मृतकों की तरह हैं।"
बता दें कि इससे पहले भी संजय राउत ने बागी विधायकों को जिंदा लाश कहा था और उनके इस बयान पर काफी हंगामा भी हुआ था। संजय राउत ने कहा था कि गुवाहाटी के होटल में मौजूद 40 विधायक मर चुके हैं और वहां से उनकी लाशें आएंगी। राउत के इस बयान पर काफी हंगामा मचा था, जिसके बाद उन्होंने सफाई भी दी थी और कहा था कि मैंने आत्मा के मरने की बात कही थी। उन्होंने कहा कि जो लोग 40-40 साल तक पार्टी में रहते हैं और फिर भाग जाते हैं, जिनका जमीर मर गया है, तो उसके बाद क्या बचता है? जिंदा लाश।
संजय राउत ने आगे कहा कि ‘जिंदा लाश’ मेरे नहीं, राममनोहर लोहिया के शब्द हैं। मैंने किसी की भावना को ठेस पहुंचाने का काम नहीं किया, मैंने सत्य कहा है।
इससे पहले ईडी का नोटिस मिलने के बाद संजय राउत ने ट्वीट कर कहा था, ‘मुझे अभी पता चला है कि ईडी ने मुझे तलब किया है। अच्छा है! महाराष्ट्र में बड़े राजनीतिक घटनाक्रम हैं। हम, बालासाहेब के शिवसैनिक एक बड़ी लड़ाई लड़ रहे हैं। यह मुझे रोकने की साजिश है। भले ही आप मुझे मार दें, लेकिन मैं बागी विधायकों के साथ नहीं जाऊंगा. मुझे गिरफ्तार करो।’