जब केजरीवाल अपना भाषण दे रहे थे तब भावना अरोड़ा नाम की महिला मंच के पास आई और कुछ कागज दिखाते हुए केजरीवाल की तरफ स्याही फेंक दी। हालांकि, पूरी स्याही केजरीवाल तक नहीं पहुंची लेकिन उन पर कुछ छीटें जरूर पड़े। मंच की तरफ बढ़ने की कोशिश कर रही महिला को पुलिस ने तुरंत हिरासत में ले लिया अौर माॅडल टाउन थाने ले गई।
स्याही फेंके जाने के बाद केजरीवाल को यह कहते हुए सुना गया, "उनको छोड़ दीजिए, वो किसी घोटाले की बात कर रही हैं, उनसे कागज ले लीजिए।" इस अफरा-तफरी से भाषण में करीब सात मिनट तक बाधा पहुंची। बाद में केजरीवाल ने अपने आसपास के लोगों से महिला की शिकायतों पर गौर करने को कहा। मिली जानकारी के अनुसार, जब केजरीवाल पर स्याही फेंकी गई तो कुल लोगों ने उनके खिलाफ नारेबाजी भी की। इसलिए माना जा रहा है कि यह सब पूर्व नियोजित था। इससे पहले केजरीवाल पर मार्च 2014 में बनारस में और इससे पहले नवंबर 2013 में दिल्ली में स्याही फेंकी गई थी।
कौन है भावना अरोड़ा
केजरीवाल पर स्याही फेंकनी वाली भावना अरोड़ा आम आदमी सेना नाम के संगठन की पंजाब प्रभारी बताई जाती है। यह आम आदमी पार्टी से अलग होकर बना संगठन है। भावना ने केजरीवाल सरकार पर दिल्ली में सीएनजी घोटाला में शामिल होने का आरोप लगाया है। वह पहले भी अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मोर्चा खोल चुकी है। भावना का आरोप है कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार सम-विषम योजना की आड़ में बड़े घोटाले को अंजाम दे रही है।
केजरीवाल की हत्या की साजिश, घटना के पीछे भाजपा: सिसौदिया
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था पर उठाए सवाल उठाते हुए कहा कि दिल्ली पुलिस का हाई अलर्ट कहां दिखा। सिसौदिया ने इस घटना को भाजपा और दिल्ली पुलिस की साजिश करार दिया है। उन्होंने कहा कि यह सीएम की सुरक्षा में बड़ी चूक है। वह स्याही तेजाब भी हो सकती थी, बम हो सकता था। ये अरविंद केजरीवाल की हत्या करा सकते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा वाले इस तरह के मौके का फायदा उठाकर अरविंद केजरीवाल या दिल्ली की पूरी कैबिनेट पर हमला करवाना चाहते हैं।
उधर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने कहा कि स्याही फेंकना केजरीवाल का खुद प्रायोजित विक्टिम कार्ड है। जनता से सहानुभूति बटोरने के लिए वह खुद ही इस तरह के हमले कराते रहे हैं।