तमिलनाडु में 10 वर्ष के अंतराल के बाद छठवीं बार सत्ता में लौटी द्रमुक सरकार में श्री एम के स्टालिन की अगुवाई वाले 34 सदस्यीय मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने यहां राजभवन में आयोजित समारोह में श्री स्टालिन और उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी। दिलचस्प यह है कि अब तमिलनाडु मंत्रिमंडल में 'स्टालिन' के साथ 'गांधी' और 'नेहरू' भी होंगे।
पहली बार मुख्यमंत्री बने स्टालिन ने के. एन. नेहरू का नाम निकाय प्रशासन मंत्री, जबकि आर. गांधी का नाम हैंडलूम एंड टेक्सटाइल्स, खादी एवं ग्रामीण उद्योग बोर्ड के तौर पर प्रस्तावित किया है।
शपथ ग्रहण समारोह में अभिनेता से नेता बने मक्कल नधि माईम के संस्थापक कमल हसन, एमडीएमके महासचिव और राज्यसभा सदस्य वाइको और एआईएडीएमके समन्वयक एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री ओ.पन्नीरसेल्वम , वरिष्ठ भारतीय जनता पार्टी नेता एल गणेशन समेत विभिन्न गणमान्य हस्तियां मौजूद थी।
श्री स्टालिन मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद पार्टी नेताओं के साथ मरीना बीच स्थित अपने पिता एवं पूर्व द्रमुक प्रमुख एम करुणानिधि , सीएन अन्नादुरई और पेरियार के स्मारक पर गये तथा उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। वह श्री करुणानिधि के गोपालपुरम निवास भी गये और अपनी माता से आशीर्वाद लिया।
मुख्यमंत्री बाद में राज्य सचिवालय पहुंचे और कार्यभार ग्रहण कर महत्वपूर्ण फाइलों पर हस्ताक्षर किये।
चाैंतीस सदस्यीय मंत्रिमंडल में पूर्ववर्ती करुणानिधि सरकार में शामिल रहे मंत्रियों के साथ ही 15 नये चेहरों और दो महिलाओं को मंत्रिमंडल में स्थान दिया गया है।