भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के अध्यक्ष एवं तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव को शनिवार को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के तौर पर मान्यता दी गई। तेलंगाना विधानसभा के अध्यक्ष गद्दाम प्रसाद कुमार ने सदन में यह घोषणा की।
अध्यक्ष ने कहा,‘‘मैंने भारत राष्ट्र समिति विधायक दल को मुख्य विपक्षी दल के रूप में मान्यता दी है क्योंकि यह तेलंगाना की तीसरी विधानसभा में 39 सदस्यों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है और इसके नेता एवं विधायक कल्वाकुंतला चंद्रशेखर राव को नेता प्रतिपक्ष के तौर पर मान्यता दी जाती है।’’
कांग्रेस ने हाल में हुए विधानसभा चुनाव में 119 सीटों में से 64 सीटें जीतकर राज्य में सरकार बनाई जबकि उसके चुनाव पूर्व सहयोगी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने एक सीट पर जीत दर्ज की।
इससे पहले भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के अध्यक्ष के.चंद्रशेखर राव (केसीआर) को शनिवार को बीआरएस विधायक दल का नेता चुना गया। 39 बीआरएस विधायकों के विधानसभा में चुने जाने के साथ, केसीआर का तेलंगाना में विपक्ष का नेता बनना तय था।
शनिवार की बैठक बीआरएस संसदीय दल के नेता के केशव राव की अध्यक्षता में हुई. पूर्व स्पीकर पोचारम श्रीनिवास रेड्डी ने केसीआर के नाम का प्रस्ताव रखा और पूर्व मंत्री टी श्रीनिवास यादव और कादियाम श्रीहरि ने इसका समर्थन किया. केसीआर गजवेल से तीसरी बार जीते लेकिन कामारेड्डी निर्वाचन क्षेत्र में हार गए।