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बसवराज बोम्मई बने कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री, येदियुरप्पा के हैं करीबी, 11 बजे ली शपथ

आज कर्नाटक को नया मुख्यमंत्री मिल जाएगा। बीजेपी विधायक दल की बैठक में बसवराज बोम्मई को विधायक दल का...
बसवराज बोम्मई बने कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री, येदियुरप्पा के हैं करीबी, 11 बजे ली शपथ

आज कर्नाटक को नया मुख्यमंत्री मिल जाएगा। बीजेपी विधायक दल की बैठक में बसवराज बोम्मई को विधायक दल का नेता चुना गया है। बोम्मई को बीएस येदियुरप्पा का करीबी माना जाता है और वह 'जनता परिवार' से ताल्लुक रखते हैं। बोम्मई बीएस येदियुप्पा की कैबिनेट में गृह मंत्री रह चुके हैं। बसवराज अब आज सुबह 11 बजे सीएम पद की शपथ लेंगे।

विधायक दल की बैठक में बसवराज बोम्मई के नाम का येदियुरप्पा ने प्रस्ताव रखा। गोविंद करजोल ने प्रस्ताव का समर्थन किया। जिस पर सभी विधायकों ने सहमति जताई। विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद बोम्मई ने येदियुरप्पा का पैर छूकर आशीर्वाद लिया।विधायक दल की बैठक में कार्यवाहक मुख्यमंत्री येदियुरप्पा के साथ बीजेपी के केंद्रीय पर्यवेक्षक- केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और जी किशन रेड्डी भी शामिल हुए।

बीएस येदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद सीएम पद की रेस में कई नामों को लेकर कयास लगाए जा रहे थे लेकिन इसमें सबसे आगे लिंगायत विधायकों में बसवराज बोम्मई ही चल रहे थे।  येदियुरप्पा ने सोमवार को मुख्यमंत्री के रूप में अपने दो साल का कार्यकाल पूरा किया। इस अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने अपने इस्तीफे की घोषणा की थी।

इससे पहले कर्नाटक के राजस्व मंत्री आर अशोक ने कहा था कि भारतीय जनता पार्टी बीएस येदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद अगले 48 घंटों के भीतर मुख्यमंत्री पद के लिए नाम की घोषणा करेगी। बीजेपी की राज्य इकाई पार्टी, आलाकमान द्वारा लिए गए फैसलों का पालन करेगी।

जनता दल से अपनी कैरियर की शुरुआत करने वाले बसवराज बोम्मई 2008 में बीजेपी में शामिल हुए और तब से लगातार पार्टी में ऊपर चढ़ते चले गए। वह पहले राज्य सरकार में जल संसाधन मंत्री रहे हैं। येदियुरप्पा सरकार में वह गृह मंत्री भी थे।

पेशे से मैकेनिकल इंजीनियर बोम्माई ने अपने करियर की शुरुआत टाटा समूह से की थी। वह दो बार एमएलसी और तीन बार विधायक रहे हैं। उनके पिता एसआर बबोम्मई भी कर्नाटक के सीएम रह चुके हैं।

इससे पहले कर्नाटक क मुख्यमंत्री बनने वाले 22 नेताओं में से केवल तीन मुख्यमंत्री ही अपना कार्यकाल पूरा कर सके। राज्य में अब तक 9 मौकों पर मुख्यमंत्री अपने कार्यकाल का एक साल भी पूरा नहीं कर सके।

 

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