Advertisement

यूपी: ओवैसी के प्लान को झटका, अब सबसे भरोसेमंद साथी ने खड़ी की मुश्किलें

एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी उत्तर प्रदेश में सुभासपा के ओमप्रकाश राजभर के साथ विधानसभा चुनाव...
यूपी: ओवैसी के प्लान को झटका, अब सबसे भरोसेमंद साथी ने खड़ी की मुश्किलें

एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी उत्तर प्रदेश में सुभासपा के ओमप्रकाश राजभर के साथ विधानसभा चुनाव में भागीदारी मोर्चा बनाकर मैदान में उतरने का फैसला कर चुके हैं। वहीं रविवार को ओवैसी ने यूपी की 100 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का फैसला किया। लेकिन सोमवार को ओमप्रकाश राजभर ने सीटों को लेकर अलग ही बात कही है। उन्होंने साफ किया कि अभी सीटों पर किसी पार्टी के साथ कोई फैसला नहीं हुआ है।

ओमप्रकाश राजभर ने ट्वीट कर कहा कि भागीदारी संकल्प मोर्चा में अभी सीटों को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि मोर्चे में शामिल सभी घटक दलों में सीटों को लेकर कोई झगड़ा नहीं है। 403 सीटों पर संगठन मजबूत करने का काम चल रहा है। यूपी में भाजपा को हराने के लिए जो भी पार्टी साथ आना चाहे उनका स्वागत है।

ओवैसी के ट्वीट पर कहा कि इसका गलत अर्थ निकाला जा रहा है। हमारे और ओवैसी के बीच कोई गलतफहमी नहीं है और हम मजबूती के साथ चुनाव लड़कर मोर्चा को उत्तर प्रदेश में 300 सीट दिलाएंगे।

सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि यूपी सरकार ने सामाजिक न्याय समिति को लागू नहीं किया तो 2022 के चुनाव में भाजपा का जाना तय है। पश्चिम बंगाल में खेला हुआ है और यूपी के चुनाव में भी खेला होगा।  ओमप्रकाश राजभर ने खुद की लीडर बताया है। उन्होंने प्रदेश सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि पिछड़ा वर्ग से जुड़े मंत्री और विधायक अब लीडर नहीं लोडर की भूमिका में हैं। अब अति पिछड़ा समाज लोडर के बहकावे में आने वाला नहीं है। 2022 का चुनाव भागीदारी मोर्चा में शामिल 10 दल मिलकर चुनाव लड़ेंगे। मैं किसी के दरवाजे पर नहीं जाऊंगा। जिसको हमारी जरूरत होगी वो आए उसका स्वागत है।

  Close Ad