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बंगाल राजनीति: अब मुकुल रॉय के बेटे की कॉलर ट्यून पर चर्चा, क्या भाजपा में गए हैं फंस ?

पश्चिम बंगाल में भाजपा नेता मुकुल राय के बेटे शुभ्रांशु राय के मोबाइल फोन का कॉलर ट्यून इन दिनों...
बंगाल राजनीति: अब मुकुल रॉय के बेटे की कॉलर ट्यून पर चर्चा,  क्या भाजपा में गए हैं फंस ?

पश्चिम बंगाल में भाजपा नेता मुकुल राय के बेटे शुभ्रांशु राय के मोबाइल फोन का कॉलर ट्यून इन दिनों पार्टी के भीतर काफी चर्चा में है। उन्हें फोन करने पर 2016 में आई फिल्म ‘ऐ दिल है मुश्किल’ का मशहूर गाना ‘अच्छा चलता हूं, दुआओं में याद रखना’ सुनाई पड़ता है। भाजपा में चर्चा है कि क्या शुभ्रांशु राय इस गाने के जरिए पार्टी नेताओं को संदेश देना चाहते हैं।

विधानसभा चुनाव में कृष्णा नगर उत्तर सीट से मुकुल राय तो जीत गए लेकिन बीजपुर विधानसभा सीट से शुभ्रांशु राय को हार का सामना करना पड़ा है। पिता-पुत्र दोनों पहले तृणमूल कांग्रेस में ही थे। मुकुल राय तो ममता बनर्जी के बाद दूसरे नंबर पर माने जाते थे। शुभ्रांशु राय भी तृणमूल के टिकट पर दो बार विधायक रह चुके हैं।

तृणमूल के टिकट पर दो बार विधायक रह चुके हैं शुभ्रांशु

शुभ्रांशु 2011 में पहली बार विधायक बने थे। 2016 में भी उन्हें बीजपुर सीट पर जीत मिली थी। नारद प्रकरण में नाम आने के बाद मुकुल राय नवंबर 2017 में भाजपा में शामिल हो गए थे। 2019 में लोकसभा चुनाव के बाद शुभ्रांशु भी भाजपा में शामिल हो गएं। इस बार बीजपुर सीट से वे भाजपा के प्रत्याशी थे लेकिन उन्हें तृणमूल के सुबोध अधिकारी से पराजित होना पड़ा।

इससे पहले शुभ्रांशु ने 29 मई को उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट पर लिखा था कि जन समर्थन से आई सरकार की आलोचना करने से पहले आत्म समालोचना करना ज्यादा जरूरी है। उनके इस पोस्ट का इशारा सीधे-सीधे भाजपा नेतृत्व की तरफ था।

मुकुल राय के विधानसभा चुनाव में कोई भूमिका नहीं

गौरतलब है, पिछले लोकसभा चुनाव में प्रदेश में सक्रिय भूमिका निभाने वाले मुकुल राय को विधानसभा चुनाव में कोई बड़ी भूमिका नहीं मिली। वे किसी सीट पर चुनाव नहीं लड़ना चाहते थे फिर भी पार्टी हाईकमान ने उन्हें कृष्णा नगर उत्तर सीट से लड़ने के लिए कहा था। इससे मुकुल राय अपनी सीट तक ही सीमित रह गए। विधानसभा में विपक्ष का नेता भी पार्टी ने उनके बजाय चुनाव से ठीक पहले भाजपा में आए शुभेंदु अधिकारी को बनाया है।

एक और भाजपा नेता ने लिखी ममता को चिट्ठी

इस बीच, तृणमूल से भाजपा में गए एक और नेता दीपेन्दु विश्वास ने तृणमूल में वापसी के लिए ममता बनर्जी को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने लिखा है कि कुछ दिनों पहले गलती से मैंने जो निर्णय लिया था उसके लिए मैं आपसे क्षमा चाहता हूं। उन्होंने पत्र में तृणमूल में लौटने की इच्छा भी जताई है। दीपेन्दु 2016 में उत्तर 24 परगना की बसीरहाट दक्षिण सीट से तृणमूल के टिकट पर जीते थे। इस बार तृणमूल का टिकट नहीं मिला तो वे भाजपा में चले गए, लेकिन भाजपा ने भी उन्हें टिकट देने से मना कर दिया। हाल ही उन्होंने नारद मामले में चार नेता-मंत्रियों की सीबीआई गिरफ्तारी का विरोध करते हुए भाजपा से इस्तीफा दे दिया था।

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