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Search Result : "अंग प्रत्यारोपण एक्ट"

चर्चाः परदेशी साइबर दस्युओं के खतरे | आलोक मेहता

चर्चाः परदेशी साइबर दस्युओं के खतरे | आलोक मेहता

सरकार देश में आतंकवाद और कानून व्यवस्‍था की समस्या से निपटने के लिए इंफॉर्मेशन टेक्नालॉजी एक्ट में फिर एक नया कानून लाने की तैयारी कर रही है। इस एक्ट में 66ए के तहत इंटरनेट सुविधा पर नजर रखने का प्रावधान 2008 में किया था। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने 2015 में यह धारा इस आधार पर रद्द कर दी थी कि इससे अभिव्यक्ति की आजादी का अतिक्रमण होता है।
42 महीने की सजा काट संजू  बाबा  ‍रिहा

42 महीने की सजा काट संजू बाबा ‍रिहा

फिल्म अभिनेता संजय दत्त आज सुबह पुणे की यरवदा जेल से रिहा हो गए। जेल से रिहा होने के बाद उन्होंने सबसे पहले धरती चूमकर अपना प्यार जताया और बाहर आने के बाद जेल की इमारत को सैल्यूट किया। इसके बाद संजय दत्त वहां से हवाई अड्डे के लिए रवाना हो गए जहां से उन्हें एक चार्टर्ड विमान से मुंबई जाना था। रिहाई के बाद खुद संजय ने कहा कि अपने समर्थकों की वजह से आज वे रिहा हुए हैं।
पंजाब में अंग प्रत्यारोपण होगा आसान

पंजाब में अंग प्रत्यारोपण होगा आसान

पंजाब सरकार बहुत जल्द राज्य में मानव अंग प्रत्यारोपण अधिनियन (ऑर्गेन ट्रांसप्लांट एक्ट) लागू करने जा रही है। राज्य के चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान मंत्री अनिल जोशी के अनुसार भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से वर्ष 1994 में मानव अंग प्रत्यारोपण अधिनियम बनाया गया था, जिसे पंजाब सरकार ने भी लागू किया था लेकिन इस संबंध में वर्ष 2011 का संशोधित अधिनियम और वर्ष 2014 के नियम राज्यों को लागू करना अनिवार्य नहीं था। अब राज्य सरकार वह करने जा रही है। गौरतलब है कि पंजाब मानव अंगों की तस्करी की वजह से अक्सर सुर्खियों में रहा है। जोशी के अनुसार समय की मांग अनुसार इस अधिनियम में कई बार संशोधन किए गए थे क्योंकि अंग प्रत्यारोपण जान बचाने के लिए एक बहुत कारगर प्रयास साबित हुआ है। उनका कहना है कि इस समय किडनी, आंखें और लीवर आदि प्रत्यारोपित कर हजारों जानें बचाई जा रही हैं।
अंगदान में शीर्ष पर तमिलनाडु

अंगदान में शीर्ष पर तमिलनाडु

तमिलनाडु अंगदान करने के मामले में देश में शीर्ष स्थान पर काबिज है और 2008 में तमिलनाडु के प्रत्यारोपण प्राधिकरण गठन के बाद से 683 लोगों में से अंग निकाल कर 3000 से अधिक लोगों में प्रत्यारोपित किया गया है।
मेहरबानी सरकार की

मेहरबानी सरकार की

गुजरात में बहुत से लोगों के लिए केंद्र सरकार के एक साल पूरा होते न होते अच्छे दिन आ गए हैं। जिनके दिन और रात पहले से काले थे, उन्हें अब अमावस्या में जीने की सलाह दी जा रही है। आज की वारीख में चाहे वह इशरत जहां का फर्जी एनकाउंटर का मामला हो या सोहराबुद्दीन की हत्या का, सब मामलों में तमाम आरोपियों को जेल से मुक्ति, मुकदमों से मुक्ति की राह निकल पड़ी है। दोषियों, आरोपियों की रिहाई की यह रेल जिस तेजी से चल रही है, उसमें 2002 गुजरात नरंसहार के दोषियों को भी मुक्ति की आस बंध गई है।
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