उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव प्रचार अभियान अपने चरम पर पहुंच चुका है लेकिन सपा के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने इस साल के चुनाव प्रचार अभियान में सिर्फ दो रैलियों को ही संबोधित किया है जबकि पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने 300 रैलियों को संबोधित किया था।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सभी राजनीतिक दलों ने अंतिम दो चरणों के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के सभा स्थल पर भीड़ नहीं जुट पाने के कारण समय में बदलाव करना पड़ा।
मणिपुर विधानसभा चुनाव में नगा संगठनों की नाकेबंदी की वजह से भारतीय जनता पार्टी की उम्मीद फंस गई है। जबकि इस बार वहां पर मुख्यमंत्री इबोबी सिंह के शासनकाल के दौरान सरकारी योजनाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार और पिछड़ेपन की वजह से भाजपा की संभावना दिख रही थी।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के छठे चरण में सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के लोकसभा क्षेत्र आजमगढ़ समेत पूर्वांचल के सात जिलों की 49 सीटों के लिये प्रचार कार्य कल थम जाएगा। इस चरण में भाजपा के हिन्दुत्ववादी नेता सांसद महन्त आदित्यनाथ के संसदीय निर्वाचन क्षेत्र गोरखपुर और माफिया-राजनेता मुख्तार अंसारी के क्षेत्र मऊ तथा केन्द्रीय मंत्री कलराज मिश्र के संसदीय क्षेत्र देवरिया में चुनाव पर खास नजर रहेगी।