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Search Result : "अभय चूडासामा"

अभय देओल ने इस मुद्देे पर की कई सितारों की खिंचाई

अभय देओल ने इस मुद्देे पर की कई सितारों की खिंचाई

भाजपा सांसद तरूण विजय की टिप्पणी से शुरु हुई रंगभेद की बहस को बॉलीवुड के अभिनेता अभय देओल ने एक नया मोड़ दे दिया है। इस मुद्देे को अभय ने उन टेलीविज़न कमर्शियल्स से जोड़ दिया है, जिनमें बॉलीवुड सेबेब्रिटीज़ गोरा बनने के नुस्ख़े बताते हुए दिखते हैं।
आईओए ने कलमाडी, चौटाला की नियुक्तियों से जुड़ा फैसला वापस लिया

आईओए ने कलमाडी, चौटाला की नियुक्तियों से जुड़ा फैसला वापस लिया

दागी सुरेश कलमाड़ी और अभय सिंह चौटाला को आजीवन अध्यक्ष नियुक्त करने के लिए चौतरफा आलोचनाओं का सामना करने के बाद भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) को यह विवादास्पद फैसला वापस लेने को बाध्य होना पड़ा है।
चौटाला ने कहा, खेल मंत्री के रूप में गोयल नाकाम

चौटाला ने कहा, खेल मंत्री के रूप में गोयल नाकाम

भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के पूर्व दागी अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला ने उन्हें राष्ट्रीय ओलंपिक संस्था का आजीवन अध्यक्ष नियुक्त करने की आलोचना करने पर विजय गोयल पर निशाना साधते हुए कहा कि खेल मंत्री को अपने काम पर ध्यान लगाना चाहिए क्यांकि वह अपनी जिम्मेदारी को पूरा करने में विफल रहे हैं।
दागी कलमाड़ी, चौटाला बने आईओए के आजीवन अध्यक्ष

दागी कलमाड़ी, चौटाला बने आईओए के आजीवन अध्यक्ष

राष्ट्रमंडल खेलों में भ्रष्टाचार के आरोपों के दागी सुरेश कलमाड़ी को आज भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की वार्षिक आम सभा की बैठक में मानद आजीवन अध्यक्ष बनाया गया। एक अन्य दागी अधिकारी अभय सिंह चौटाला को भी आईओए का मानद आजीवन अध्यक्ष बनाया गया है।
आसानी से अपना काला धन सफेद कर सकती हैं पार्टियां

आसानी से अपना काला धन सफेद कर सकती हैं पार्टियां

राजनीतिक पार्टियां विधानसभा चुनाव से पहले अपने कार्यकर्ताओं के खाते में नकदी डालकर अपने काले धन को सफेद बनाने का प्रयास कर सकती हैं। राजनीतिक विश्लेषक प्रधानमंत्री की पहल को मात्र लोकप्रियता हासिल करने के लिए उठाया गया कदम करार दे रहे हैं। विश्लेषकों का कहना है कि इससे राजनीतिक दलों द्वारा काले धन के इस्तेमाल पर कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा।
हैप्पी तो हैप्पी है

हैप्पी तो हैप्पी है

हैप्पी भागती है लेकिन अपने दर्शकों को हंसा-हंसा कर भागती है। यह मिलावट के साथ असली फिल्लम है। सच्ची। हैप्पी (डायना पेंटी) के किरदार में खिलंदड़पन है पर वह जब वी मेट की गीत नहीं है। बग्गा प्रेम का दुखयिरा है पर यह तनु वेड्स मनु का राजा अवस्थी भी नहीं है। फिर भी यह मजेदार है और दिमाग पर बोझ नहीं डालती।
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