अमेरिका के नेवार्क शहर में 47 वर्षीय एक सिख व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई और व्यक्ति के परिवार को संदेह है कि यह घृणा की वजह से किया गया अपराध है। सिख व्यक्ति एक गैस स्टेशन का मालिक था।
अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगले सप्ताह होने वाली अमेरिका यात्रा दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों की मजबूती और उसके जश्न के संबंध में है। अमेरिका में भारत के राजदूत अरूण के सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगले सप्ताह व्हाइट हाउस की यात्रा से पहले भारतीय संवाददाताओं के समूह को बताया, यह निमंत्रण और यात्रा दोनों देशों के संबंधों की मजबूती एवं जश्न का हिस्सा है।
बराक ओबामा पहले अमेरिकी राष्ट्रपति हैं, जिन्होंने हिरोशिमा जाकर 1945 में अमेरिका द्वारा परमाणु बम गिराए जाने की भयानक मानवीय गलती को स्वीकारा एवं विभीषिका में मारे गए लोगों के स्मृति स्थल पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। 70 साल बाद ही सही अमेरिकी शासक की ओर से की गई यह पहल दुनिया के लिए सबक है।
उत्तर कोरिया के प्रमुख किम जोंग उन की मौसी न्यूयार्क में गुमनामी में अपना जीवन बिता रही हैं। 1998 में अपना देश छोड़ने के बाद से वह न्यूयॉर्क में एक ड्राई क्लीनिंग चला रही हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति के आगामी चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के संभावित उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों और विरोधी प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प हो गई। यह झड़प एक रैली स्थल के बाहर हुई जहां दंगा रोधी उपकरणों से लैस पुलिस ने 35 लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) का सदस्य बनने के भारत के प्रयास का विरोध कर रहे पाकिस्तान को अमेरिका ने झिड़कते हुए बताया है कि भारत का यह प्रयास हथियारों की दौड़ के बारे में नहीं, बल्कि परमाणु उर्जा के शांतिपूर्ण इस्तेमाल के बारे में है।
अमेरिका ने पाकिस्तान से कहा है कि वह 26/11 हमले की जांच में भारत के साथ सहयोग करे। इसके साथ ही उसने पाकिस्तान से उसकी जमीन से काम कर रहे सभी आतंकवादी समूहों से निपटने की अपील की।
भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी आरबीआई के गवर्नर रघुराम राजन को हटाने की महिम पर लगातार काम करते जा रहे हैं। राज्यसभा सांंसद स्वामी ने राजन के खिलाफ एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिखा है। इसमें उन्होंने राजन को उनके पद से तुरंत हटाए जाने की वकालत की है।
अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के संभावित उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के उस विवादित प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टिप्पणी करने से साफ इनकार कर दिया, जिसमें उन्होंने मुस्लिमों के अमेरिका में प्रवेश करने पर रोक लगाने की बात की थी।