मिजोरम के मुख्यमंत्री लाल थान्हवला ने कहा कि राज्य सरकार त्रिपुरा के राहत शिविरों में रह रहे उन ब्रू शरणार्थियों की वापसी का स्वागत करेगी जो राज्य के प्रामाणिक निवासी हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने आज अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद को अदालत के बाहर सुलझाने का सुझाव दिया और कहा कि धर्म एवं भावनाओं के मुद्दों को बातचीत के जरिये सर्वश्रेष्ठ तरीके से सुलझाया जा सकता है।
सुप्रीम कोर्ट ने आज राम जन्म भूमि-बाबरी मस्जिद विवाद से जुड़े पक्षों से को सलाह दी है कि वे इस मुद्दे को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझाएं। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह एक संवेदनशील और भावनात्मक मुद्दा है और यह बेहतर होगा कि इस मुद्दे को मैत्रीपूर्ण ढंग से कोर्ट से बाहर बात कर सुलझाया जाए। प्रधान न्यायाधीश जे एस खेहर ने कहा कि यदि संबंधित पक्ष उनकी मध्यस्थता चाहते हैं तो वह इस काम के लिए तैयार हैं।
पूर्वोत्तर राज्य असम की 16 वर्षीय युवा गायिका नाहिद आफरीन के खिलाफ ताबड़तोड़ 46 फतवे जारी कर मौलवियों ने उन्हें सार्वजनिक रुप से गाने से मना किया गया है। मौलवियों ने इसे शरई कानून के खिलाफ बताया है।
असम में अपने तरह के एक अभूतपूर्व मामले में कुछ इस्लामी धर्मगुरुओं ने फतवा जारी कर राज्य की एक प्रतिभाशाली 16 साल की गायिका को किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम में प्रस्तुति देने से यह कहते हुए प्रतिबंधित किया है कि यह शरिया के खिलाफ है।
लंबे समय से चले आ रहे भारत-चीन सीमा विवाद निपटारे पर चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी ने कुछ भू-भागों की अदला-बदली को लेकर परोक्ष रूप से अपनी बात सामने रखी है।
अभिनेत्री विद्या बालन का कहना है कि वह दिल्ली विश्वविद्यालय में जो हो रहा है, उसमें कुछ जोड़ना नहीं चाहती हैं, लेकिन महसूस करती हैं कि लोगों को दूसरों की अभिव्यक्ति की आजादी का आदर करना चाहिए।
मेरा बेटा 26 दुश्मनों को मारने के बाद शहीद हुआ था। जब यह घटना घटी उस वक्त केंद्र में सरकार भाजपा की थी। उस दौरान हमसे कई तरह के वादे किए गए थे जो पूरे नहीं हुए और आज जब मेरी पोती गुरमेहर को लेकर विवाद खड़ा किया जा रहा है तब भी सरकार भाजपा की है। यह दर्द है रामजस विवाद में चर्चा आई गुरमेहर कौर के दादा कंवलजीत सिंह का।
चकाचौंध से दूर सादगी से जीवन बिताने की इच्छा रखने वाले असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल का काफिला सडक़ से कब गुजर जाता है, किसी को पता नहीं चलता। उग्रवाद प्रभावित राज्य होने के बावजूद मुख्यमंत्री के लिए न तो सडक़ खाली कराई जाती है और न सायरन बजता है। वे यह कहते हुए प्रचार से बचते हैं कि उनका काम ही उनका प्रचार है। वे टीवी चैनलों को साक्षात्कार भी नहीं देते। आउटलुक हिंदी के लिए रविशंकर रवि से बड़ी मुश्किल से बातचीत के लिए तैयार हुए और यह पूरी बातचीत हिंदी में ही हुई। पेश हैं मुख्य अंश:
छात्र राजनीति में आंदोलन, हड़ताल, हिंसा की घटनाएं पहले भी होती रही हैं। लेकिन दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज में हुए टकराव में भयावह शब्दों के साथ घृणित हिंसा बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।