कैलिफोर्निया में की गई गोलीबारी की संदिग्ध पाकिस्तानी महिला ने अपने पति के साथ अमेरिका आने से एक साल पहले, वर्ष 2013 में एक बार शायद भारत की यात्रा की थी।
मंत्री और नेताओं की बेतुकी बयानबाजी ने भाजपा व मोदी सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के बाद अब गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी नेताओं को सोच-समझकर बोलने की नसीहत दी है।
पाकिस्तान की ताकतवर सेना ने वहां की सरकार में अपना परोक्ष दखल बढ़ा दिया है। इसी महीने की शुरुआत में सेवानिवृत हुए लेफ्टिनेंट जनरल नासिर खान जंजुआ को देश का नया राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) नियुक्त करवाकर सेना ने शासन में अपनी बढ़ती दखल का अहसास कराया है।
मयंक अग्रवाल के 49 गेंद में 87 रन की मदद से भारत ए ने टी20 अभ्यास मैच में मंगलवार को दक्षिण अफ्रीका को आठ विकेट से हराकर उसे लंबे भारत दौरे का जीत के साथ आगाज करने से महरूम कर दिया।
भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाली राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार यानी एनएसए स्तर की वार्ता से पहले पाकिस्तान ने कश्मीरी अलगाववादियों को बातचीत के लिए बुलाकर वार्ता को बड़ा झटका दिया है।
राज्यसभा में राजनाथ सिंह ने कहा कि उधमपुर हमले में संलिप्त दो आतंकवादियों में से एक को मार गिराया गया जबकि दूसरे को स्थानीय निवासियों की मदद से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दोनों आतंकवादी पाकिस्तानी थे। गृह मंत्री ने आतंकियों को पकड़ने में मदद करने वाले दोनों ग्रामीणों के साहस की प्रशंसा की।
लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के एक फैसले ने पूरे विपक्ष को एकजुट कर दिया। वहीं कांग्रेस भी पूरी तरह से आक्रामक मुद्रा में आ गई है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी पूरे जोश के साथ सरकार के खिलाफ खड़े हैं।
लगातार चल रही गोलियों के बीच दो बंधकों ने गजब का साहस दिखाते हुए आज खुद को बंधक बनाने वाले एक संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकवादी को काफी संघर्ष के बाद जिंदा पकड़ लिया। इस आतंकी की गिरफ्तारी से कई अहम सूचनाएं मिल सकती हैं।
पाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी (एफआईबी) के महानिदेशक रहे तारीक खोसा ने सोमवार को पाकिस्तान के डॉन अखबार में लिखे लेख में कहा है कि मुंबई में हुए इस हमले ने दोनों देशों को परमाणु युद्ध के मुहाने पर पहुंचा दिया था। खोसा कहते हैं कि मुंबई हमले में पाकिस्तानियों का हाथ था इसके कुछ तथ्य एफआईबी की जांच से निर्विवाद रूप से साबित हुए थे।
संसद में गतिरोध कम करने के लिए सोमवार को हुई सर्वदलीय बैठक में ही कांग्रेस ने आक्रामक रूख अख्तियार कर लिया था। बैठक में कांग्रेस की ओर से साफ तौर पर कहा गया कि जब तक सरकार विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का इस्तीफा नहीं मांगती तब तक संसद में कामकाज नहीं होने दिया जाएगा।