ब्रिटेन के शाही परिवार के राजकुमार प्रिंस विलियम और उनकी पत्नी केट मिडलटन अपनी पहली भारत यात्रा पर रविवार को मुंबई पहुंचे और उन्होंने 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमलों के पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी।
देश में तेज गति की ट्रेनों के एक नए दौर की शुरूआत करते हुए रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने आज देश की तेज रफ्तार की ट्रेन गतिमान एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई। दिल्ली और आगरा के बीच चलने वाली यह ट्रेन इस दूरी को 100 मिनट में तय करेगी। अपने पहले सफर पर मंगलवार को निकलने वाली गतिमान एक्सप्रेस में ट्रेन होस्टेसेज ने यात्रियों का स्वागत गुलाब के फूल देकर किया।
केंद्रीय मंत्री रामशंकर कठेरिया के पिछले दिनों आगरा में एक सभा के दौरान दिए गए द्वेषपूर्ण और भड़काउ भाषण को लेकर विपक्ष द्वारा कड़ी आपत्ति जताने और उन्हें गिरफ्तार कर मंत्रिमंडल से बाहर करने की मांग किए जाने के बीच केन्द्र ने आज इन सारे आरोपों को नकार दिया। सरकार ने कहा कि कठेरिया के भाषण में किसी संप्रदाय के खिलाफ कोई आपत्तिजनक बात नहीं पाई गई।
पौराणिक कथाओं में तीन सिर वाले देवता और दस सिर वाले असुरों का उल्लेख पढ़ा-सुना जाता रहा है। अब देश के मंत्री तर्क देने लगे हैं कि वह मंत्री के रूप में एक जबान से बोलते हैं, सांसद के भेष में निर्वाचन क्षेत्र और पार्टी के प्रतिनिधि के रूप में दूसरी जबान-भाषा में बोलते हैं और सामान्य नागरिक के रूप में तीसरी जबान-भाषा बोलने लगते हैं।
रेलवे के कुछ मार्गों पर 2017 में 160 से 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली भूरे, गाढ़े नीले और पीले रंगों में रंगी ट्रेनें दिख सकती हैं। भारतीय रेल ने सेमी हाई स्पीड ट्रेनें शुरू करने की योजना बनायी है और राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान (एनआईडी) द्वारा तैयार की गई इन रंगों की योजना वाइटैलिटी (उत्साह) का चयन किया है जो सबसे तेज रफ्तार वाले जानवर चीता से प्रेरित है। इन ट्रेनों के डिब्बे भूरे और गाढ़े नीले रंग में रंग होंगे और उनका किनारा पीले रंग का होगा।
आगरा में एक सामूहिक विवाह कार्यक्रम के दौरान एक विचित्र स्थिति उत्पन्न हो गई जहां पंचायत चुनाव होने वाले हैं। यहां की पुलिस ने आचार संहिता के उल्लंघन का हवाला देते हुए शादी करने जा रहे 23 दूल्हों को जबरन घोड़ी से उतार दिया।
विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय संरक्षक अशोक सिंहल को महात्मा घोषित कर देना चाहिए और तोहफे के रूप में उन्हें राम मंदिर भेंट करना चाहिए। दिल्ली के खचाखच भरे सिविक हॉल में जब संत समाज की ओर से यह मांग उठी तो ‘ जय श्री राम, भारत माता की जय ’ के जयघोष गूंजने लगे। मौका था अशोक सिंहल के 90वें वर्ष में प्रवेश करने पर आयोजित भव्य कार्यक्रम का। इस कार्यक्रम में एक बात साफ हो गई कि संत समाज समेत विश्व हिंदू परिषद में अभी भी राम मंदिर की उम्मीद कायम है।