केंद्र सरकार, राज्य सरकार और नगर निगमों की सत्ता को पूरी तरह असफल बताते हुए स्वराज इंडिया ने रामलीला मैदान से तीनों नगर निगमों की सभी 272 वार्डों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया।
18 दिसंबर को चंडीगढ़ नगर निगम चुनावों में इस्तेमाल होने वाली इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से छेड़छाड़ के आरोपों पर मंगलवार को नगर निगम, डीसी व अन्य प्रतिवादियों ने जवाब के लिए समय दिए जाने की मांग की। इस पर पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने मामले पर 20 मार्च के लिए अगली सुनवाई तय की है।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने फरीदाबाद नगर निगम में भाजपा को मिली जीत को नोटबंदी के फैसले पर जनता की मुहर करार दिया और कहा कि यह ऐतिहासिक विजय भाजपा की विकासोन्मुखी नीतियों तथा सबका साथ, सबका विकास की विचारधारा की जीत है।
भारतीय जनता पार्टी को जनता सबक सिखाएगी लेकिन चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में भाजपा और शिरोमणि अकाली दल के गठबंधन ने 26 में से 20 सीटों पर जीत दर्ज कर स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया है।
महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष रावसाहेब धानवे ने चुनाव को लेकर विवादास्पद बयान दे दिया है। उन्होंने मतदाताओं से कहा कि चुनाव के दौरान अगर धन की देवी लक्ष्मी आती हैं तो उन्हें स्वीकार कर लेना चाहिए।
केंद्र और महाराष्ट्र में भाजपा की प्रमुख सहयोगी शिवसेना ने एक बार फिर पार्टी पर निशाना साध दिया है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए इस बात के संकेत दिए कि मुंबई महानगर पालिका के चुनावों में पार्टी अकेले उतर सकती है।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने एक मामले की सुनवाई करते हुए व्यवस्था दी है कि बलात्कार के कारण जन्म लेने वाला बच्चा उसकी मां को मिले किसी भी तरह के मुआवजे से अलग मुआवजे का हकदार है।
नगरोटा आर्मी कैंप में हुए शहीदों में हवलदार सुखराज सिंह (32) पंजाब के बटाला के गांव मान नगर के रहने वाले थे। सुखराज सिहं मंगलवार को छुट्टी आने वाले थे । इसकी सूचना उन्होंने सोमवार रात को अपनी पत्नी को फोन पर दी थी।
केंद्र सरकार की स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत चुने गए देश के पहले 20 शहरों में शामिल इंदौर को खुले में शौच के कलंक से मुक्ति दिलाने के लिए नगर निगम ने रोको और टोको अभियान शुरू किया है। इस मुहिम के तहत डिब्बा गैंग नाम के विशेष दल बनाए गए हैं, जो खुले में शौच की बुरी प्रवृत्ति को अनूठे ढंग से मिटाने की कोशिश कर रहे हैं।
महाराष्ट्र में भाजपानीत सरकार तीसरे वर्ष में प्रवेश करने जा रही है और सहयोगी घटक शिवसेना द्वारा जब-तब छींटाकशी एवं आरक्षण के लिए मराठा समुदाय के अभियान सहित कई आंतरिक एवं बाहरी चुनौतियों के बावजूद मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस की स्वच्छ छवि को सबसे अधिक सकारात्मक पहलू के तौर पर देखा जाता है।