भारत के बैंकों का हजार करोड़ रुपया डकार कर ब्रिटेन भागा भारतीय शराब कारोबारी विजय माल्या शायद आसानी से भारत के हाथ नहीं लगेगा। भारत ने माल्या का पासपोर्ट रद्द करने के बाद ब्रिटेन की सरकार से अनुरोध किया था कि उसे देश से निर्वासित कर दिया जाए मगर ब्रिटेन ने माल्या को निर्सासित करने से मना कर दिया है।
केंद्र ने ब्रिटेन से प्रसिद्ध कोहिनूर हीरा वापस लाने को लेकर भारत के प्रयासों की जानकारी यह कहते हुए साझा करने से इनकार कर दिया है कि मामला अदालत में विचाराधीन है।
संकटग्रस्त उद्योगपति विजय माल्या ने कहा कि वह जबरन निर्वासन पर हैं और उनकी भारत लौटने की कोई योजना नहीं है, जहां हालात उनके खिलाफ तेजी से भयानक रूप से आगे बढ़ रहे हैं। माल्या का पासपोर्ट इस महीने रद्द कर दिया गया। उन्होंने कहा कि वह अपनी बंद हो चुकी विमानन कंपनी से जुड़े मामले अपने ऋणदाता बैंकों के साथ तर्कसंगत तरीके से निपटाना चाहते हैं लेकिन उन्हें उनका पासपोर्ट रद्द करने या गिरफ्तार करने से पैसा नहीं मिलेगा।
भारत ने विजय माल्या का पासपोर्ट निरस्त किए जाने और उनके खिलाफ गैरजमानती वारंट का हवाला देते हुए ब्रिटेन से उन्हें भारत वापस भेजने का अनुरोध किया है। माल्या की किंगफिशर एयरलाइंस पर 9400 करोड़ रूपये से अधिक के बैंक ऋण अदायगी में चूक का आरोप है।
बेशकीमती कोहिनूर हीरे को ब्रिटेन से वापस लाने की याचिका पर उच्चतम न्यायालय में सरकार के रखे गए तकनीकी रूख से असहमति जताते हुए लोकसभा में आज विभिन्न दलों के सदस्यों ने मांग की कि भारत सरकार षड़यंत्र से लिए गए इस हीरे को देश में वापस लाने के लिए सभी प्रयास करे।
निर्दलीय सांसद एवं शराब कारोबारी विजय माल्या को राज्यसभा से निष्कासित किया जाना लगभग तय हो गया है। उन पर 9400 करोड़ रूपये ऋण बकाये मामले पर गौर कर रही एक संसदीय समिति ने इस प्रकार की कार्रवाई के लिए आज एकमत से समर्थन किया।
आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव वॉ ने कहा कि पूरी दुनिया में चल रही ट्वेंटी20 लीग पैसे के प्रति निष्ठा को प्रोमोट कर रही हैं जिसने किसी भी देश के लिए क्रिकेट के सभी तीनों प्रारूपों में सही संतुलन बिठाना असंभव कर दिया है। वॉ को हालांकि लगता है कि भारत, आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड इस संतुलन को सही रखने में सबसे करीब हैं।