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बाज नहीं आ रहे सोशल मीडिया के अफवाहबाज, गौरी लंकेश को बताया ईसाई

बाज नहीं आ रहे सोशल मीडिया के अफवाहबाज, गौरी लंकेश को बताया ईसाई

गौरी लंकेश ने मौत से पहले अपनी पत्रिका में आखिरी संपादकीय फेक न्यूज के ऊपर ही लिखा था, लेकिन अब फेक न्यूज उनका ही पीछा करने लगी हैं।
एक विदेशी महिला डोना जुलियाना के चलते, ईसाई मिशनरियों को मिली थी जजिया में छूट!

एक विदेशी महिला डोना जुलियाना के चलते, ईसाई मिशनरियों को मिली थी जजिया में छूट!

1681-82 के आसपास जुलियाना गोवा से मुगल दरबार में पहुंची और शीघ्र ही औरंगजेब की बेगम और शहजादे मुअज्जम की अम्मी नवाब बाई की खिदमत में लग गई। जब 1686 में मुअज्जम और उसकी अम्मी बादशाह औरंगजेब की नजरों में गिर गए तब जुलियाना ने उनके प्रति अपनी अटूट वफादारी निभाई।
मध्य प्रदेश: धर्मांतरण कराने के मामले में तीन ईसाई गिरफ्तार

मध्य प्रदेश: धर्मांतरण कराने के मामले में तीन ईसाई गिरफ्तार

मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में धर्मांतरण कराने वाले तीन ईसाईयों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। एक ग्रामीण की शिकायत के बाद पुलिस ने इन तीनों ईसाईयों को गिरफ्तार किया है।
ईसाई समूह की मांग, महिलाओं के कन्फेशन ननों से करवाया जाए

ईसाई समूह की मांग, महिलाओं के कन्फेशन ननों से करवाया जाए

केरल में आम लोगों के एक संगठन ने मांग की है कि महिलाओं और नाबालिगों की अपराध स्वीकारोक्ति :कन्फेशन: की रस्म पादरियों के बजाय ननों से करवाने की अनुमति दी जाए।
झारखंड में केंद्रीय योजनाओं के पैसे का धर्मांतरण में हो रहा इस्तेमाल

झारखंड में केंद्रीय योजनाओं के पैसे का धर्मांतरण में हो रहा इस्तेमाल

फॉरेन कंट्रीब्यूशन रेगुलेशन एक्ट (एफसीआरए) के तहत मिलने वाले विदेशी फंड का बड़ा हिस्सा झारखंड में धर्मांतरण कराने में उपयोग किया जा रहा है। पिछले तीन वर्षो में झारखंड में धार्मिक संस्थाओं द्वारा संचालित स्कूलों को 3.10 अरब रुपये दान में मिले हैं। विशेष शाखा ने यह रिपोर्ट सरकार को उपलब्ध कराई है। इसमें विदेशी फंड का उपयोग जबरन धर्म परिवर्तन के लिए किए जाने की आशंका जताई गई है। इसकी सीआइडी से जांच कराने की अनुशंसा की गई है।
‘कमजोर तबकों के मौलिक अधिकार सुनिश्चित हों’

‘कमजोर तबकों के मौलिक अधिकार सुनिश्चित हों’

मुस्लिम, ईसाई और दलित संगठनों ने राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से अनुरोध किया है कि वह कमजोर तबकों के लोगों की संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करने में प्रभावी भूमिका निभाएं। इन समुदायों का कहना है कि केंद्र मे एनडीए सरकार और कुछ राज्यों में भाजपा सरकारों के आने के बाद से बड़े पैमाने पर इस समुदायों के मौलिक अधिकारों का हनन हुआ है।
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