दिल्ली में अल्पसंख्यक संस्थाओं पर एक के बाद एक हमले हो रहे हैं। लेकिन केन्द्र सरकार और दिल्ली पुलिस जबानी जमा ख़र्च के अलावा कुछ नहीं कर रही है। पुलिस अब तक हमलावरों का पता लगाने में नाकाम रही है।
राजधानी में चर्चों पर हो रहे हमलों की मुखालफत करने वालों पर आज हुए लाठीचार्ज के साफ मायने हैं कि हिंदुतत्वादी ताकतें अलपसंख्यकों को डराना चाहती हैं, उनमें असुरक्षा की भावना पैदा करना चाहती हैं।