ब्रिटेन ने मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद को राजनीतिक शरणार्थी का दर्जा दे दिया है। नशीद को आतंकवाद से जुड़े विवादित आरोपों की सुनवाई के बाद 13 साल कैद की सजा मिली थी, जिसके लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापक आलोचनाएं हुई थीं।
उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों के लिए जब कांग्रेस कार्यकर्ताओं से आवेदन मांगे जा रहे थे तो कई सीटों के लिए आवेदन ही नहीं आए। जो आए भी उनमें ज्यादातर खानापूर्ति के लिए थे अगर टिकट मिल गया तो चुनाव लड़ जाएंगे। कुल सीटों के लिए कांग्रेस से टिकट पाने वाले गंभीर उम्मीदवारों की संख्या महज सौ के आसपास है जो वास्तव में पार्टी के प्रति अपनी आस्था जताते हुए चुनाव लडऩा चाहते हैं।
उत्तर कोरिया के तानाशाह शासक किम जोंग ने अपनी 29 साल की बहन के लिए स्वयंबर रचाया है। इस तरह बहन की शादी के लिए भी उन्होंने अपना तानशाही रवैया अपनाया है। किमजोंग ने दूल्हा तलाशने के लिए डेटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया है। जहां स्वयं की शर्तों पर वर की तलाश करने का आदेश दिया गया है।
जाने-माने वकील और पूर्व आप नेता प्रशांत भूषण ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर पूरी तरह बेइमान होने का आरोप लगाया और कहा कि आप प्रमुख अपने व्यक्तिगत हित के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी हाथ मिला सकते हैं।
उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने अपने जनाधार को बढ़ाने के लिए दूसरे दलों के असंतुष्ट नेताओं को जोड़ना शुरु कर दिया है। इस क्रम में पार्टी ने बसपा के पूर्व सांसद जगदीश राणा को अपने साथ जोड़ लिया है।
भाजपा नेता और पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी को आज पुडुचेरी का उपराज्यपाल नियुक्त किया गया। अभी इस पद का अतिरिक्त प्रभार अंडमान निकोबार द्वीपसमूह के उपराज्यपाल देख रहे हैं।
मोदी सरकार के दो वर्ष पूरे होने के अवसर पर इन बातों की चर्चा स्वाभाविक है कि आगे क्या होगा। क्या मोदी अगले वर्ष तक भी इतने ही शक्तिशाली बने रहेंगे? भाजपा का अगला कदम क्या होने वाला है? उत्तर प्रदेश के चुनाव में क्या होने वाला है?
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा के खिलाफ सीबीआई ने राज्य में औद्योगिक भूखंडों के आवंटन में कथित अनियमितता के लिए एक मामला दर्ज किया है। उस समय हुड्डा हरियाणा शहरी विकास प्राधिकार (हुडा) के अध्यक्ष थे। हुड्डा ने सीबीआई की कार्रवाई को व्यक्तिगत प्रतिशोध बताया।
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 25 वीं पुण्यतिथि पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक बेहद भावुक भाषण दिया। लगातार पराजय का सामना रही देश की सबसे पुरानी पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए यह भाषण एक नया संबल हो सकता है। उन्हें नई ऊर्जा के साथ आत्मविश्वास से उठने के लिए और मजबूती दे सकता है।