सचमुच महान है भारत, हमारी सरकार और समाज। हर साल 10 लाख लोगों की मौत के रिकार्ड पर हम आंसुओं के साथ भाषण दे रहे हैं। बहुत बारीक अक्षरों में पैकेट पर चेतावनी दर्ज कर देते हैं, ताकि खानापूर्ति हो जाए। लेकिन करीब 30 करोड़ लोगों के तंबाकू के उपयोग से उत्पादक, विक्रेता की अंधाधुंध कमाई के साथ सरकार अपने खजाने में अच्छा-खासा टैक्स भर लेती है।
दुनिया के शीर्ष देशों में गिने जाने वाले भारत की राजधानी अपने ही कर्मों से शापग्रस्त लग रही है। संस्कृति और संपन्नता के उल्लास में करोड़ों रुपयों की आतिशबाजी और सफल पड़ोसी कृषि राज्यों में खेतों की सफाई के लिए लगाई जा रही आग के धुएं से लाखों दिल्लीवासी सांस में जहरीली हवा ग्रहण कर रहे हैं।