पिछले 24 घंटे में, कर्ज में डूबे तीन किसानों ने मौत को गले लगा लिया है। आठ जून से अब तक 15 किसानों द्वारा आत्महत्या किए जाने के साथ खबर है कि अकेले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सिहोर में कर्ज से परेशान पांच किसानों ने अपनी जिंदगी खत्म कर ली है।
मध्यप्रदेश के साथ-साथ कर्ज माफी की मांग को लेकर हरियाणा के किसान भी सड़क पर आ गए हैं। सैकड़ों किसानों ने शुक्रवार को अंबाला के पास दिल्ली-चंडीगढ नेशनल हाईवे (एनएच1) जाम किया। उधर मध्यप्रदेश में भी किसानों ने प्रदर्शन लगातार जारी हैं।