अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवारी के प्रबल दावेदार डोनाल्ड ट्रंप के अभियान को सिख और मुस्लिम समुदाय का साथ मिल गया है। अपने विवादास्पद बयानों और सिख तथा मुस्लिम समुदाय के प्रति कथित विरोधी रुझान रखने वाले ट्रंप के लिए यह एक काफी अच्छी खबर मानी जा रही है।
पाकिस्तान की सिंध विधानसभा ने आज हिंदू विवाह अधिनियम पारित कर उसे देश का ऐसा पहला प्रांत बना दिया जहां अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय अपनी शादियों का पंजीकरण कराएगा। हालांकि, एक प्रमुख हिंदू संगठन ने इस ऐहितासिक विधेयक से एक विवादास्पद उपबंध हटाने की मांग की है।
पाकिस्तान में दशकों के विलंब और निष्क्रियता के बाद हिंदू अल्पसंख्यक समुदाय के पास अब जल्दी ही एक विवाह कानून होगा। देश के संसदीय पैनल ने हिंदू विवाह विधेयक को मंजूरी दे दी है।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के पूर्व अध्यक्ष सुखदेव थोराट ने दूसरे वर्गों के मुकाबले दलितों और मुसलमानों के शिक्षा, रोजगार एवं राजनीतिक प्रतिनिधित्व में पिछड़े होने का दावा करते हुए शनिवार को कहा कि इस पिछड़ेपन की सबसे बड़ी वजह इन दोनों समुदायों के साथ होने वाला कथित भेदभाव है।
धारा 377 पर संसद में चर्चा तक नहीं हो सकी। भाजपा सांसदों ने विधेयक टेबल तक नहीं होने दिया। गौरतलब है कि गत दिवस लोकसभा में कांग्रेस नेता शशि थरूर ने धारा 377 संशोधन विधेयक पेश किया था। विधेयक को लोकसभा में हार का सामना करना पड़ा। इस विधेयक के खिलाफ 71 और पक्ष में कुल 24 वोट डले। इस दिन को लेस्बियन, गे, बाईसेक्सुअल एंड ट्रांसजेंडर (एलजीबीटी) समुदाय ने काला दिवस बताया।
फेसबुक के संस्थापक जुकरबर्ग के बाद अब गूगल गूगल प्रमुख सुंदर पिचई भी मुस्लिमों के समर्थन में उतर आए हैं। शनिवार को अपने एक ब्लॉग के जरिये उन्होंने कहा कि हमें अमेरिका और विश्व में मुसलमानों और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों का समर्थन करना चाहिए।
अफगानिस्तान के मैदान शहर के पश्चिम में 40 किलोमीटर के राजमार्ग को मौत की सड़क के तौर पर जाना जाता है। इस सड़क के बारे में चालक कहते हैं कि इसपर आतंकवादी जातिय, हजारा अल्पसंख्यकों को भेड़ों और गायों की तरह काटते हैं।
तीन दिवसीय दौरे पर इंग्लैंड गए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज लंदन के वेम्बले स्टेडियम भारतीय समुदाय के लोगों की संबोधित किया। स्टेडियम में विशाल संख्या में उपस्थित भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत दुनिया की मेहरबानी नहीं चाहता है बल्कि भारत दुनिया की बराबरी चाहता है।