अमेरिका में रहने वाले ज्यादातर दक्षिण एशियाई देशों के सिखों और मुस्लिमों का एक समूह डोनाल्ड टंप के अभियान में शामिल हुआ। अमेरिकी प्रांत मैरीलैंड में ट्रंप के अभियान में शामिल होते हुए इस समूह ने कहा कि रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की दौड़ में प्रबल दावेदार टंप उनके समुदायों के खिलाफ नहीं है। हाथों में सिख अमेरिकन फॉर ट्रंप और मुस्लिम अमेरिकन्स फॉर ट्रंप के बैनर लिए कई सिखों और मुस्लिमों ने मैरीलैंड में वाशिंगटन डीसी के एक उपनगर में पहली सभा की जहां ट्रंप के अभियान के एक प्रतिनिधि ने उन्हें संबोधित किया।
कार्यक्रम के आयोजक सिख और मुस्लिम दोनों समुदायों के सदस्य थे। उन्होंने दलील दी कि मुख्यधारा के मीडिया द्वारा अल्पसंख्यक समुदाय के बारे में ट्रंप के नजरिये को तोड़-मरोड़कर और गलत संदर्भ में पेश किया गया। उन्होंने दावा किया कि 69 वर्षीय रियल एस्टेट कारोबारी देश में और नौकरियां सृजित करेंगे जिससे अल्पसंख्यकों को लाभ होगा।
मैरीलैंड में सिख अमेरिकन्स फॉर टंप का आयोजन करने में मदद करने वाले जसदीप सिंह ने कहा, ट्रंप सिख या मुस्लिम समुदाय के बिल्कुल भी खिलाफ नहीं हैं। जो वह कहते हैं उसे गलत तरह से पेश किया जाता है। मुख्यधारा का मीडिया इसका भाव बदल देता है। वे उनसे डरते हैं। वह किसी का धन नहीं ले रहे हैं। उन्होंने कहा, जब वह मुस्लिमों के बारे में बात करते हैं, वह सभी मुस्लिमों या अमेरिकी मुस्लिमों के बारे में बात नहीं करते हैं। उन्होंने शरणार्थी संकट के संदर्भ में बोला जो सीरिया में हो रहा है। अमेरिकी सिख और मुस्लिम उनसे सहमत हैं कि जब तक हम सही ढंग से जांच न कर लें, हमें इस देश में लोगों को नहीं लाना चाहिए। और यह उनके द्वारा प्रस्तावित अस्थायी उपाय था।