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Search Result : "ऑटोमोबाइल कंपनियां"

किसकी सुनेगी सरकार, अंबानी की या एयरटेल-वोडाफोन की

किसकी सुनेगी सरकार, अंबानी की या एयरटेल-वोडाफोन की

सरकार के सभी कंपनियों से उनकी टेलीफोन सेवा की आय पर 4.5 प्रतिशत की घटी दर से एक समान सालाना स्पेक्ट्रम शुल्क लगाने के प्रस्ताव को लेकर दूरसंचार कंपनियों के बीच भारी मतभेद पैदा हो गए हैं।
अमेरिका का वीजा शुल्क बढ़ाना पक्षपातपूर्ण: जेटली

अमेरिका का वीजा शुल्क बढ़ाना पक्षपातपूर्ण: जेटली

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अमेरिका के एच 1 बी वीजा का शुल्क बढ़ाने को पक्षपातपूर्ण करार देते हुए कहा है कि इसका निशाना भारतीय आईटी कंपनिया हो रही हैं। वित्त मंत्री ने अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि राजदूत माइकल फ्रोमैन के साथ एक बैठक में भारत की चिंता को उठाया।
आवरण कथा- पार्टी नेतृत्व की लगाम मैनेजर के हाथों में

आवरण कथा- पार्टी नेतृत्व की लगाम मैनेजर के हाथों में

भारत के राजनीतिक भविष्य का एजेंडा कॉरपोरेट घराने तय कर रहे हैं। इस कारण प्रबंधन कंपनियों या यूं कहें कि कई प्रबंधन गुरुओं की पौ-बारह हो गई है और राजनीतिक दल उनके सामने नतमस्तक दिख रहे हैं।
पिछली तारीख से कर विवाद के निपटान के लिए योजना एक जून से

पिछली तारीख से कर विवाद के निपटान के लिए योजना एक जून से

सरकार वोडाफोन तथा केयर्न एनर्जी समेत अन्य कंपनियों से संबद्ध पिछली तारीख से कर विवाद के निपटान के लिए एक जून से पेशकश शुरू करेगी। इस संबंध में मूल कर का भुगतान करने तथा ब्याज एवं जुर्माने से छूट के नियम बनने के बाद यह पेशकश की जा रही है।
ऑटो वाले हड़ताल पर, मुंबई हलकान

ऑटो वाले हड़ताल पर, मुंबई हलकान

मुंबई और उसके उपनगरों में करीब एक लाख ऑटोरिक्शा वाले निजी टैक्सी कंपनियों के परिचालन और परमिट शुल्क में बढ़ोतरी के खिलाफ आज हड़ताल पर हैं। राज्य परिवहन आयुक्त श्याम वारधाने ने आज एक निर्देश जारी कर निजी कारों, बसों और अन्य वाहनों को सार्वजनिक परिवहन के रूप में चलाने की इजाजत दी है ताकि यात्रियों को कम असुविधा का सामना करना पड़े।
चर्चा: बैंकों में हेराफेरी का पाप | आलोक मेहता

चर्चा: बैंकों में हेराफेरी का पाप | आलोक मेहता

करे कोई और भरे कोई। यह कहावत पुरानी है। भारतीय बैंकों में पिछले कुछ वर्षों के दौरान इसी शैली में ‘किसी का जमा और किसी का निगला’ हाल हो गया है।
शेयर बाजार में हाहाकार, निवेशकों के 3 लाख करोड़ रुपये डूबे

शेयर बाजार में हाहाकार, निवेशकों के 3 लाख करोड़ रुपये डूबे

दलाल पथ स्थित बंबई शेयर बाजार में आज उस समय हाहाकार मच गया जब भारी गिरावट दर्ज करते हुए सेंसेक्स 807.07 अंक टूटकर 23,000 अंक के स्तर से नीचे आ गया। सेंसेक्स का यह पिछले 21 महीने का निचला स्तर होने के साथ ही छह महीने की सबसे बड़ी गिरावट है। आज की गिरावट से निवेशकों के 3 लाख करोड़ रुपये डूब गए।
चर्चाः गरीब की जेब से डिजिटल क्रांति | आलोक मेहता

चर्चाः गरीब की जेब से डिजिटल क्रांति | आलोक मेहता

डिजिटल इंडिया का नारा आकर्षक है। रिक्‍शे वाला और सब्जी विक्रेता अथवा दूर-दराज काम कर रहे मजदूर के पास भी मोबाइल फोन पहुंच गया है। सरकार गौरव के साथ कहने लगी है कि देश में एक सौ करोड़ मोबाइल फोन लोगों के हाथों में दिखने वाले हैं। इस क्रांति से लोगों को सुविधा हो रही है, लेकिन धीरे-धीरे सरकार और निजी कंपनियां गरीब लोगों की जेब अधिक खाली करने लगी है।
ये ‘जीप’ सवारी का अंदाज बदल देगी

ये ‘जीप’ सवारी का अंदाज बदल देगी

जीप का नाम लेते ही लोगों के जेहन में महिंद्रा की पुरानी जीप की तस्वीर उभरती है मगर अब भारत के कार प्रेमियों के लिए असली जीप बाजार में दस्तक देने को तैयार है।
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