कर्नाटक सरकार ने आज राज्य के सभी सिनेमाघरों में टिकटों का अधिकतम मूल्य 200 रूपये तय कर दिया है। साथ ही, प्राइम टाइम के दौरान मल्टीप्लेक्सों में कन्नड़ और क्षेत्रीय सिनेमा दिखाना अनिवार्य कर दिया है।
चेतेश्वर पुजारा बड़े शाट खेलने वाले खिलाडि़यों से भरी भारतीय टीम में जिस तरह धैर्यपूर्ण तरीके के साथ लंबी पारियां खेलते हैं उसके लिए महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने उनकी तारीफ करते हुए उन्हें मूक योद्धा करार दिया है।
उत्तर-पूर्व की कला को प्रोन्नत करना हमारा मुख्य दायित्व है। यह उद्गार राष्ट्रीय आदिवासी और उत्तर-पूर्व कला सम्मिलन का मुख्यअतिथि के रूप शुभारम्भ करते हुए संस्कृति मंत्री डॉ. महेश शर्मा ने व्यक्त किए। ललित कला अकादेमी द्वारा रवीन्द्र भवन परिसर के मेघदूत मुक्ताकाशी थिएटर में आयोजित सम्मिलन में उन्होंने कहा कि पूरा संसार भारत की विविधता को देखकर आश्चर्य करता है।
आठ दशक लंबे स्वर्णिम दौर के बाद दिल्ली का प्रतिष्ठित सिनेमाघर रीगल कल बंद हो जाएगा। इसमें दिखाई जाने वाली अंतिम फिल्म होगी अभिनेता राजकपूर की मेरा नाम जोकर और संगम। मध्य दिल्ली के कॅनाट प्लेस में स्थित रीगल के वास्तुकार थे वाल्टर स्काइज जॉर्ज। इसे वर्ष 1932 में खोला गया था। सिनेमाघर के मालिकों में से एक विशाल चौधरी ने बताया कि प्रशंसकों के अनुरोध के बाद ही उन्होंने राजकपूर की फिल्में दिखाने का निर्णय लिया।
उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी आज हिन्दी फिल्मों के एक प्रसिद्ध अभिनेता अनुपम खेर को कला रत्न पुरस्कार से सम्मानित करेंगे। खेर से खुद इस खबर की पुष्टि की और अपने प्रंशसकों के साथ इस खबर को साझा किया है।
रोजर फेडरर चोट से उबरने के बाद लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। साल की शुरुआत में उन्होंने रॉफेल नडाल को पीटकर ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब जीता। इसके अलावा उन्होंने नडाल को हाल ही में दोबारा मात दी है। फेडरर ने रविवार को अपने हमवतन स्टैन वावरिंका को हराकर इंडियन वेल्स का खिताब जीता। शीर्ष क्रम के विजेता खिलाड़ियों को इस तरह आसानी से हराने के बाद फेडरर पर टेनिस प्रेमियों की उम्मीदें दोबारा जगते जा रही हैं।
आर्ट हेरिटेज की कल यानी 24 फरवरी से दिल्ली के मंडी हाउस क्षेत्र स्थित त्रिवेणी कला संगम की श्रीधरणी गैलरी में ‘दस चित्रकार’ (10 आर्टिस्ट) शीर्षक चित्रकला प्रदर्शनी शुरू हो रही है।
उच्चतम न्यायालय ने स्पष्ट किया कि किसी फिल्म, वृत्त चित्र या समाचार फिल्म की कहानी के हिस्से के रूप में राष्ट्रगान बजने के दौरान दर्शकों को खड़ा होने की जरूरत नहीं है।