Advertisement

Search Result : "कहानी"

हुस्न तब्बसुम ‘निहां’ की कहानी - निर्मम अंधेरे

हुस्न तब्बसुम ‘निहां’ की कहानी - निर्मम अंधेरे

यह ऐसी नासमझी भरी दास्तां है, जो एक लड़की को कैसे अपने प्रेमी से बिछोह देती है और लोगों के बीच हंसी का पात्र बना देती है। यह एक लड़की के भोलेपन की कहानी है, जो दुनियादारी को नहीं समझती और अपने जीवन को लगभग खराब करने की स्थिति तक पहुंचा देती है। उसकी पढ़ाई छूट जाती है सो अलग। इस कहानी में लेखिका ने एक लड़की के जीवन की कई परतों पर एक साथ काम किया है।
स्त्री की मार्मिक दशा बयान करती कहानी - निकाह

स्त्री की मार्मिक दशा बयान करती कहानी - निकाह

लंबे समय से लेखन। लघु कथाओं पर विशेष काम। लघुकथा पर पहली पुस्तक, दिन अपने लिए सन 2014 में अयन प्रकाशन से प्रकाशित। इस पुस्तक के लिए दिल्ली हिंदी अकादमी से अनुदान प्राप्त। सात लघु कथा लेखकों के सम्मिलित कथा संग्रह खिड़कियों पर टंगे लोग पुस्तक में लघु कहानियां प्रकाशित।
अशोक मिश्र की कहानी: किरदार

अशोक मिश्र की कहानी: किरदार

सपनों की उम्र लघुकथा संग्रह। मीडिया का अंतर्पक्ष, संपादित पुस्तक। कहानी संग्रह दीनानाथ की चक्की शीघ्र प्रकाश्य। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा से प्रकाशित पत्रिका बहुवचन के संपादक।
प्रज्ञा पांडेय की कहानी: तस्दीक

प्रज्ञा पांडेय की कहानी: तस्दीक

संस्कृत में एमए के बाद बीएड। साहित्यिक अभिरुचियों के चलते कहानी लेखन की ओर झुकाव। पहली कहानी हंस में प्रकाशित। इसके बाद विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में कहानियां और लेख प्रकाशित। कृष्ण बिहारी के संपादन में आबूधाबी से निकलने वाली पहली हिंदी पत्रिका निकट में कार्यकारी संपादक। लखनऊ में निवास।
'ऑपरेशन अक्षरधाम’: भारतीय राज्य के विश्वासघात की कहानी

'ऑपरेशन अक्षरधाम’: भारतीय राज्य के विश्वासघात की कहानी

ऑपरेशन अक्षरधाम किताब अक्षरधाम मंदिर पर हमले की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में नए सिरे से जांच-पड़ताल करने की जरूरत को रेखांकित करती है। इस घटना मे असली अपराधी फिलहाल लापता हैं, हालांकि उनके बारे में संकेत मौजूद हैं। गहरी जांच-पड़ताल व गंभीर राजनीतिक विश्लेषण के साथ, और जोखिम उठाकर, लिखी गयी 'ऑपरेशन अक्षरधाम’ बहुत जरूरी, प्रासंगिक व महत्वपूर्ण दस्तावेज हैं।
उषाकिरण खान की कहानी: राधा नागरि

उषाकिरण खान की कहानी: राधा नागरि

पद्मश्री से सम्मानित हिंदी -मैथिली की चर्चित लेखिका। भामति एक अविस्मरणीय प्रेम कथा के लिए मैथिली का साहित्य अकादमी पुरस्कार। सृजनहार उपन्यास के लिए कुसुमांजलि फाउंडेशन पुरस्कार।
अनु सिंह चौधरी की कहानी 'प्लीज डू नॉट डिस्टर्ब'

अनु सिंह चौधरी की कहानी 'प्लीज डू नॉट डिस्टर्ब'

लेडी श्रीराम कॉलेज और भारतीय जनसंचार संस्थान से पढ़ाई के बाद पांच साल टीवी की नौकरी की। फिलहाल डॉक्युमेंट्री फिल्ममेकर, कम्युनिकेशन्स कंसलटेंट और अनुवादक के रूप में काम। पहला कहानी संग्रह नीला स्कार्फ बहुत ज्यादा चर्चित। मदरहुड और पेरेंटिंग पर पहली हिंदी की किताब मम्मा की डायरी को भी बहुत सराहना।
राजेंद्र राव की कहानी 'दोपहर का भोजन'

राजेंद्र राव की कहानी 'दोपहर का भोजन'

राजेंद्र राव शिक्षा और पेशे से भले ही इंजीनियर रहे हों, मगर उनका मन सदैव साहित्य और पत्रकारिता में ही रमा रहा । तकनीकी और प्रबंधन के क्षेत्र में काफी समय बिताने के बाद अवसर मिलते ही साहित्यिक पत्रकारिता में आ गए। कृतियों में एक उपन्यास, सात कथा संकलन और कथेतर गद्य के बहुचर्चित संकलन उस रहगुजर की तलाश है । संप्रति दैनिक जागरण में साहित्य संपादक।
प्रकृति करगेती की कहानी: ठहरे हुए से लोग

प्रकृति करगेती की कहानी: ठहरे हुए से लोग

प्रकृति करगेती की यह पहली कहानी है। इसी कहानी पर उन्हें प्रतिष्ठित राजेन्द्र यादव हंस कथा सम्मान मिला है। दिल्ली विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में स्नातक प्रकृति मुंबई में नेटवर्क 18में प्रोमो प्रोड्यूसर के पद पर काम करती हैं। कहानी लिखने से पहले प्रकृति कविताएं लिखती रही हैं। पहाड़ों के नाम लिखी गई उनकी कविताएं कई प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं।
कहानी: पाई टु पाई ऑनेस्ट

कहानी: पाई टु पाई ऑनेस्ट

सन 1963 में पहली कहानी ‘कहानी’ नाम की पत्रिका में छपी। पिछले पांच दशकों में हिंदी की तमाम छोटी-बड़ी पत्रिकाओं में नियमित प्रकाशन। कविता संग्रह, सिर्फ सोलह सफे, पठार को सुनो, अतिपूर्वा, इंधन चुनते हुए, सीढ़ियों पर धूप, आग के आसपास, बीस सुरों की सदी। कहानी संग्रह, कोरस वाली गली, नायाब नर्सरी। इसके अलावा भी कई अन्य क्षेत्रों में लेखन और संपादन। झारखंड पर केंद्रित कई किताबें। झारखंड के जाने-माने लेखकों में शुमार।
Advertisement
Advertisement
Advertisement