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प्रशासनिक और कूटनीतिक पदों पर अनुभव के धनी हैं गोपाल कृष्ण गांधी

प्रशासनिक और कूटनीतिक पदों पर अनुभव के धनी हैं गोपाल कृष्ण गांधी

उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार 71 वर्षीय गोपाल कृष्ण गांधी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पोते हैं तथा रिटायर्ड आईएएस अधिकारी के साथ बंगाल के पूर्व गवर्नर भी रह चुके हैं। प्रशासनिक व कूटनीतिक पदों पर लंबे अनुभव के धनी होने के साथ लेखन और बौद्धिक जगत में अपनी खास पहचान रखते हैं। समझा जाता है कि पारिवारिक जड़ें गुजरात की होने के कारण विपक्ष ने उन्हें चुना है ताकि पीएम मोदी भी आसानी से उनका विरोध न कर पाएं।
जंग के बगैर करें फौजी कार्रवाई

जंग के बगैर करें फौजी कार्रवाई

हम कितनी भी कोशिश कर लें- कूटनीतिक औजार कभी पाकिस्तान के साथ काम नहीं आते। अरसे से भारत का यही अनुभव रहा है। हमारे सामने हमेशा यही स्थिति बन जाती है कि बदनाम देश को हम और कितना बदनाम करें?
हालिया कूटनीतिक नाकामियों के बाद पाकिस्तान को अमेरिका में लॉबिस्ट की तलाश

हालिया कूटनीतिक नाकामियों के बाद पाकिस्तान को अमेरिका में लॉबिस्ट की तलाश

अमेरिका में हाल की दो बड़ी कूटनीतिक नाकामियों के बाद पाकिस्तान एक लॉबिस्ट की तलाश कर रहा है जो वाशिंगटन में इस्लामाबाद के हितों की पुरजोर ढंग से पैरवी करे।
अजीज का दावा, पाक के प्रयासों से भारत को नहीं मिला एनएसजी में प्रवेश

अजीज का दावा, पाक के प्रयासों से भारत को नहीं मिला एनएसजी में प्रवेश

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने दावा किया है कि परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में भारत का प्रवेश पाकिस्तान की गहन कूटनीतिक लॉबिंग की वजह से रूका। अजीज के अनुसार इसके लिए शरीफ ने निजी तौर पर अपने 17 समकक्षों को पत्र भी लिखे।
पाक को दो टूक, 'आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई पहली प्राथमिकता'

पाक को दो टूक, 'आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई पहली प्राथमिकता'

भारत-पाक वार्ता के संबंध में भारत ने संकेत दिया है कि पठानकोट हमले की पृष्ठभूमि में वार्ताओं से ज्यादा प्राथमिकता पाकिस्तान की ओर से आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई को दी जाएगी। पठानकोट हमले के कारण भारत और पाकिस्तान के बीच विदेश सचिव स्तर की वार्ताएं स्थगित हो गई थीं।
हिंद महासागर में कूटनीतिक सेतु

हिंद महासागर में कूटनीतिक सेतु

हिंद महासागर में स्ट्रिंग ऑफ पल्स यानी मुक्ता‍-माल की सामरिक कूटनीति के जरिये चीन के बढ़ते प्रभात के बीच भारत ने भी कूटनीतिक बिसात बिछानी शुरू कर दी है। इसी रणनीति के तहत भारत हिंद महासागर के तट पर बसे देशों के बीच व्यापार को सभ्य‍ता और संस्कृति से जोडक़र द्विपक्षीय व्यापार की संभावनाएं तलाश रहा है। इसके मद्देनजर भारत तटीय देशों के साथ मधुर संबंध रखना चाहता है और इन संबंधों को व्यापार के साथ-साथ सभ्यता और संस्कृति से जोड़ रहा है।
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