![चर्चाः शिक्षा के मंदिरों में राजनीति| आलोक मेहता](https://outlookhindi-assets.s3.ap-south-1.amazonaws.com/public/uploads/article/gallery/87c3681947495528746d37e7aeb5b0b1.jpg)
चर्चाः शिक्षा के मंदिरों में राजनीति| आलोक मेहता
हैदराबाद अकेला नहीं है। देश के विभिन्न भागों में शिक्षा के मंदिरों को राजनीतिक अखाड़ा बनाया जा रहा है। हैदराबाद विश्वविद्यालय में दलित छात्र द्वारा की गई आत्महत्या की दुःखद घटना के बाद केंद्र की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के नेता अपने मंत्रियों के बचाव के साथ घटना पर लीपापोती की कोशिश कर रहे हैं। इस घटना को स्थानीय चुनावों से जोड़ा जा रहा है।