बॉलीवुड एक्टर रणबीर कपूर और एक्ट्रेस कैटरीना कैफ सात साल बाद फिल्म 'जग्गा जासूस' में एक साथ नजर आए हैं। पहले दिन 8.57 करोड़ की कमाई करने वाली इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर धीमी शुरुआत की है।
मध्यप्रदेश में आईएसआई के लिए जासूसी करने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। जासूसी कांड में एटीएस की गिरफ्त में आए सतना के बलराम सिंह का विश्व हिन्दू परिषद से कनेक्शन सामने आया है।
पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई का मददगार बलराम मप्र सहित पांच रायों में समानांतर टेलीफोन एक्सचेंज का बड़ा जासूसी नेटवर्क खड़ा करने में जुटा था। इनमें छत्तीसगढ़, गुजरात, महाराष्ट्र और उत्तरप्रदेश भी शामिल हैं। इस जानकारी के बाद मप्र एटीएस ने जांच में इन रायों की एजेंसियों को भी शामिल किया है।
मध्य प्रदेश एटीएस की टीम ने अवैध टेलीफोन एक्सचेंज का पर्दाफाश करने के बाद जिन 11 संदिग्धों लोगों को गिरफ्तार किया है, उनमें से एक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की आईटी सेल का सदस्य भी है। यह इस सेल का पदाधिकारी भी रहा है। इस खुलासे ने जांज एजेंसी के होश उड़ा दिए हैं।
जासूसी रैकेट की जड़ें कितनी गहरी हैं इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसके तार अब राजनेताओं से जुड़ रहे हैं। दिल्ली क्राइम ब्रांच ने इस मामले में शनिवार को समाजवादी पार्टी के एक सांसद के पीए को हिरासत में लिया है। दिल्ली पुलिस ने अब तक इस मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है।
दिल्ली पुलिस ने जासूसी के मामले में संलिप्त दो लोगों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। इससे पहले पुलिस ने इन जासूसों के सरगना और पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारी महमूद अख्तर को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी जिसके बाद इन्हें गिरफ्तार किया गया। भारत सरकार ने उक्त अधिकारी को अनधिकृत ठहराते हुए देश छोड़ने को कहा है।
यह पहला अवसर नहीं है। भारत की आधुनिक पनडुब्बियों, वायुसेना के विमानों-हेलीकाप्टर, थल सेना के लिए बोफोर्स जैसी तोपों की खरीदी के सौदों पर अंतरराष्ट्रीय जासूसी दांत गड़ते रहे हैं। वैसे भी भारत के सरकारी-प्रशासनिक तंत्र में रक्षा क्षेत्र की बड़ी खरीदी की प्रक्रिया में दो-चार नहीं दस वर्ष तक लगते रहे हैं।