Advertisement

Search Result : "क्योंकि सास भी कभी बहु थी"

जीएसटी अप्रैल से सितंबर के बीच कभी भी लागू किया जा सकता है: जेटली

जीएसटी अप्रैल से सितंबर के बीच कभी भी लागू किया जा सकता है: जेटली

वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) के एक अप्रैल 2017 से लागू होने में संदेह के बीच वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि जीएसटी लेनदेन से जुड़ा कर है और इसे वर्ष के दौरान किसी भी समय लागू किया जा सकता है।
1900 पार्टियों में से 400 ने कभी चुनाव नहीं लड़ा, क्‍या बस कालाधन सफेद करती रहीं?

1900 पार्टियों में से 400 ने कभी चुनाव नहीं लड़ा, क्‍या बस कालाधन सफेद करती रहीं?

देश में 1900 राजनैतिक दल हैं। इन पार्टियों में से करीब 400 पार्टियों ने कभी चुनाव नहीं लड़ा। इसका मीडिया में यही मतलब निकाला जा रहा है कि इन पार्टियों के गठन का लक्ष्‍य कहीं कालेधन को सफेद करना ही तो नहीं था। इस तस्‍वीर के बाद दार्शनिक अंदाज में यह भी कहा जा सकता है कि भारतीयों के जीवन में 'राजनीति' बहुत गहराई तक शामिल है।
पन्नीरसेल्वम भी कभी चाय वाले थे, अन्नाद्रमुक को एकजुट रख पाएंगे?

पन्नीरसेल्वम भी कभी चाय वाले थे, अन्नाद्रमुक को एकजुट रख पाएंगे?

जयललिता के निधन के बाद अब तीसरी बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री बने ओ पन्नीरसेल्वम के सामने सबसे बड़ी चुनौती अन्नाद्रमुक को एक साथ जोड़कर रखने की है। करिश्माई व्यक्तित्व वाली पार्टी सुप्रीमो जयललिता की गैरमौजूदगी में अन्नाद्रमुक अब अपने आप को नए सिरे से परिभाषित करने की कोशिश कर रही है।
यूपी चुनाव की 15 दिसंबर के बाद कभी भी हो सकती है घोषणा

यूपी चुनाव की 15 दिसंबर के बाद कभी भी हो सकती है घोषणा

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों की घोषणा 15 दिसम्बर के बाद कभी भी की जा सकती है। निर्वाचन आयोग विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रहा है। आयोग मतदाता सूची तैयार कराने के अलावा मतदान केन्द्रों पर सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने की कोशिश कर रहा है। आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हमें 15 दिसम्बर के बाद किसी भी समय चुनाव तिथियों की घोषणा के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
आईएएस अधिकारियों को मोदी मंत्र, नीति पर राजनीति कभी हावी न हो

आईएएस अधिकारियों को मोदी मंत्र, नीति पर राजनीति कभी हावी न हो

साल 2014 बैच के आईएएस अधिकारियों से मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को उन्हें संदेश दिया कि नीति पर राजनीति कभी हावी नहीं होनी चाहिए।
आउटलुक विशेष- सीमा पर तनाव बढ़ाना पाकिस्तान ने कभी नहीं चाहा: अब्दुल बासित

आउटलुक विशेष- सीमा पर तनाव बढ़ाना पाकिस्तान ने कभी नहीं चाहा: अब्दुल बासित

भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित का कहना है कि पाकिस्तान कभी नहीं चाहता सीमा पर तनाव बढ़ाना। आतंकवाद के सवाल पर पाकिस्तान का रुख एकदम स्पष्ट है। हम भी आतंकवाद से पीड़ित देश हैं। भारत में जब भी कोई आतंकी घटना होती है, पाकिस्तान पर आरोप लगने लगते हैं। अब्दुल बासित कहते हैं, `मुझे लगता है कि अब वह समय आ गया है, जब हम यथार्थ की ओर देखे। पाकिस्तान अपनी जमीन का किसी भी आतंकी गतिविधि के लिए इस्तेमाल नहीं होने देगा।’
'हर बार हमने शुरू की जंग, भारत से कभी कोई खतरा नहीं'

'हर बार हमने शुरू की जंग, भारत से कभी कोई खतरा नहीं'

भारत-पाक के बीच तनाव के माहौल में इन दिनों पाकिस्तानी वायुसेना के पूर्व प्रमुख एयर मार्शल असगर खान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी शेयर हो रहा है। 2011 के एक इंटरव्यू में खान ने पाकिस्तान के डिफेंस प्रमुखों को भ्रष्ट बताते हुए कहा था कि पाकिस्तान की भारत नीति हमेशा से गलत रही है, जबकि पाक को भारत की ओर से कभी खतरा नहीं रहा है। असगर ने कहा था कि पाकिस्तानी हुकूमत और डिफेंस के लोग अपने फायदे के लिए भारत के खिलाफ युद्ध की भावनाएं भड़काते रहते हैं, जबकि असलियत में पाक को भारत से कभी कोई खतरा नहीं रहा।
मोदी को चेतावनी दी, भारत कभी पाकिस्तान के साथ युद्ध नहीं लड़ सकता

मोदी को चेतावनी दी, भारत कभी पाकिस्तान के साथ युद्ध नहीं लड़ सकता

पाकिस्तान की सीमा से सटे दीनानगर के गांव कुंडे केसल और पठानकोट के गांव बमियाल में दो गुब्बारे मिलने से सनसनी फैल गई। इन गुब्बारों के साथ एक संदेश भी मिला है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चेतावनी दी गई है कि भारत कभी पाकिस्तान के साथ युद्ध नहीं लड़ सकता।
प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान को चेताया, उड़ी हमले को कभी नहीं भूलेंगे

प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान को चेताया, उड़ी हमले को कभी नहीं भूलेंगे

पाकिस्तान पर तीखा प्रहार करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पड़ोसी देश के नेतृत्व को चेताया कि भारत उड़ी हमले को कभी नहीं भूलेगा और 18 जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी।
मैंने मुख्यमंत्री बनने की इच्छा कभी नहीं पाली- शिवपाल सिंह यादव

मैंने मुख्यमंत्री बनने की इच्छा कभी नहीं पाली- शिवपाल सिंह यादव

समाजवादी पार्टी में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव के बीच भले ही मनमुटाव की बातें हो रही हो लेकिन शिवपाल ने कहा कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में अखिलेश के साथ ही रहेंगे। उन्होने यह भी कहा कि कभी मुख्यमंत्री बनने की इच्छा नहीं जाहिर की।
Advertisement
Advertisement
Advertisement