आज दलित समुदाय हर दृष्टि से चौराहे पर खड़ा है। कई दशक बाद दलित राजनीति लगभग हाशिए पर पंहुच गई है। दलित जन प्रतिनिधियों से दलित समुदाय एकदम निराश है। वे समुदाय पर होने वाले अत्याचार के मसलों पर कुछ नहीं बोलते हैं। अब दलित समाज में उन्हें खुले मंचों से पूना पैक्ट की खरपतवार कहना शुरू कर दिया है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के 10 देशों ने रूस और पश्चिमी देशों के बीच संघर्ष को टालने की कोशिश करते हुए एक समझौता प्रस्ताव वितरित किया। यह प्रस्ताव सीरिया में संदिग्ध रासायनिक हमले की पूर्ण जांच की मांग करने को लेकर दिया गया।
बदलती परिस्थितियों में शाखा को मजबूत बनाने और युवाओं को अधिक से अधिक संख्या में जोड़ने की कवायद में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने ट्विटर, फेसबुक समेत सोशल मीडिया और इंटरनेट पर खासा जोर देना शुरू किया है और हाल ही में अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा ने शीर्ष वैचारिक निकाय प्रज्ञा प्रवाह का दायित्व जे नंद कुमार को सौंपा है।