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जीईएसी ने दी जीएम सरसों की खेती को मंजूरी, आरएसएस ने जताया विरोध

जीईएसी ने दी जीएम सरसों की खेती को मंजूरी, आरएसएस ने जताया विरोध

अब भारत में भी जेनेटिकली मोडिफाई (जीएम) फसलों की खेती हो सकेगी। जीएम फसलों की खेती के लिए जेनेटिक इंजीनियरिंग एप्राइजल समिति (जीईएसी) ने आज पर्यावरण मंत्रालय को अपनी मंजूरी दे दी है। हालांकि समिति ने इसके व्यवसायिक इस्तेमाल की सिफारिश करते हुए कई शर्तें भी रखी है।
खेती में रासायनिक उर्वरकों के उपयोग को रोका जाय: दवे

खेती में रासायनिक उर्वरकों के उपयोग को रोका जाय: दवे

केन्द्रीय पर्यावरण एवं वन राज्य मंत्री :स्वतंत्र प्रभार: अनिल माधव दवे ने प्राकृतिक खेती को विशेष रूप से नर्मदा नदी के बेल्ट में बड़ी तादात में बढ़ावा देने का समर्थन करते हुए सोमवार को कहा कि खेती में रासायनिक उर्वरकों के उपयोग को रोका जाये, ताकि समूचे देश के कृषि क्षेत्र में उपयोग किये जा रहे रासायनिक उर्वरकों के हानिकारक प्रभावों से लोगों को बचाया जा सके।
खून की सिर्फ एक बूंद बता देगी, कैंसर है या नहीं

खून की सिर्फ एक बूंद बता देगी, कैंसर है या नहीं

चीनी वैज्ञानिकों ने एक नई जांच का आविष्कार किया है जिसके द्वारा अब मानव रक्त की सिर्फ एक बूंद से कई प्रकार के कैंसर का पता लगाया जा सकता है। शिन्हुवा यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ लाइफ साइंसेज के शोधकर्ताओं ने क्लिनिकल उपयोग के लिए एचएसपी 90ए प्रोटीन की एक जांच किट तैयार की है।
'पंजाब में खून का बेटा-यूपी में दत्तक पुत्र! गजब है रे भाई..इतना मत हंसाओ!'

'पंजाब में खून का बेटा-यूपी में दत्तक पुत्र! गजब है रे भाई..इतना मत हंसाओ!'

राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने पीएम नरेंद्र मोदी के चुनावी भाषणों पर तंज कसा है। पीएम मोदी के हरदोई में दिए भाषण का उल्लेरख करते हुए लालू प्रसाद यादव ने पीएम मोदी का हवाला देते कहा कि उत्तर प्रदेश ने उन्हें गोद लिया है तो क्या, लेकिन यूपी उनका माई-बाप है। उन्होंने प्रधानमंत्री से 'अब न हंसाने' का निवेदन भी किया। लालू प्रसाद ने किसी का नाम लिए बिना ट्वीट कर लिखा, 'पंजाब में खून का बेटा और उत्तर प्रदेश में दत्तक पुत्र! गजब है रे भाई..इतना मत हंसाओ!'
‘शिव’ राज में खेती नहीं, रेती है लाभ का धंधा: कांग्रेस

‘शिव’ राज में खेती नहीं, रेती है लाभ का धंधा: कांग्रेस

मध्यप्रदेश में चल रहे अवैध खनन को लेकर कांग्रेस ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर बड़ा हमला किया है। कांग्रेस का कहना है कि शिवराज सिंह 11 सालों में प्रदेश में खेती को तो लाभ का धंधा नहीं बना पाए लेकिन उन्होंने रेती (रेत) को लाभ का धंधा अवश्य बना दिया है।
बजटः किसानों को 10 लाख करोड़ रुपये कर्ज देने का वादा

बजटः किसानों को 10 लाख करोड़ रुपये कर्ज देने का वादा

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस साल के बजट में कृषि पर विशेष जोर देते हुए किसानों की आय अगले पांच साल में दोगुना करने की सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई है तथा कृषि क्षेत्र के लिए वित्त वर्ष 2017-18 में कर्ज का लक्ष्य एक लाख करोड़ रुपये बढ़ाकर रिकार्ड 10 लाख करोड़ रुपये किया है।
हम पासपोर्ट का रंग नहीं खून का रिश्‍ता देखते हैं : पीएम मोदी

हम पासपोर्ट का रंग नहीं खून का रिश्‍ता देखते हैं : पीएम मोदी

प्रवासी भारतीय सम्‍मेलन में‍ हिस्‍सा लेने बेंगलुरु पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने संबोधन में कहा कि विदेशों में भारतीयों की सुरक्षा हमारी टॉप प्रायोरिटी है। हम पासपोर्ट का रंग नहीं खून का रिश्‍ता देखते हैं।
नोटबंदी के बाद राजस्व-कारोबार बढ़ा, खेती को कोई नुकसान नहीं : जेटली

नोटबंदी के बाद राजस्व-कारोबार बढ़ा, खेती को कोई नुकसान नहीं : जेटली

वित्त मंत्री अरुण जेटली की माने तो नोटबंदी के बाद अर्थव्यवस्था को कोई नुकसान नहीं हुआ है। वित्त मंत्री ने जो आंकड़े पेश किए उसके हिसाब से नोटबंदी के बाद राजस्व बढ़ा है। वित्त मंत्री ने ये भी कहा है कि कई क्षेत्रों में कारोबार भी बढ़ा है और खेती को भी कोई नुकसान नहीं हुआ है।
शोधयात्राः जमीनी ज्ञान की ओर बढ़ते कदम

शोधयात्राः जमीनी ज्ञान की ओर बढ़ते कदम

शरीर के किसी हिस्से से खून बहने पर लोगों का दवा लगाना या डॉक्टर के पास दौड़ना आम है लेकिन नगालैंड के सुदूर गांवों में लोग खून का रिसाव बंद करने के लिए डॉक्टरों के पास नहीं जाते। वे अपने इलाके में उगने वाले एक खास पेड़ की पत्ती तोड़कर घाव पर रख लेते हैं, जिससे कुछ ही देर में खून बहना बंद हो जाता है। सायानग्लाजा नाम के इस पत्ते को यहां डॉक्टर पत्ता भी कहा जाता है।
चढ़ाने के लिए नए खून जितना ही अच्छा है पुराना खून: अध्ययन

चढ़ाने के लिए नए खून जितना ही अच्छा है पुराना खून: अध्ययन

आमतौर पर ऐसा माना जाता है कि मरीज को बचाने के लिए नया खून चढ़ाना बेहतर रहता है लेकिन एक नए अध्ययन में इस धारणा से विपरीत निष्कर्ष निकाले गए हैं। यह अध्ययन कहता है कि मरीजों को चढ़ाने के लिए नए खून का इस्तेमाल पुराने खून के इस्तेमाल की तुलना में मरीजों के बचने के मामलों की संख्या को बढ़ाता नहीं है। यह अध्ययन चार देशों के छह अस्पतालों में लगभग 31,500 मरीजों पर किया गया। इसमें दिखाया गया कि एकदम ताजा लिए गए खून को चढ़ाने से अस्पताल में मरने वाले मरीजों की संख्या में कमी नहीं आई।
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